बिहार के मुंगेर के दो दोस्त रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड आरसीसी (RCC) लेवल-1 एग्जाम में गुजरात के वडोदरा से पकड़े गए हैं। एक दोस्त ने अपनी जगह दूसरे दोस्त को अपने बाएं अंगूठे की स्किन काटकर एग्जाम सेंटर पर भेज दिया। बायोमेट्रिक वैरिफिकेशन से बचने के लिए वह अपने अंगूठे पर चिपका कर एग्जाम सेंटर पर पहुंच गया, लेकिन सैनिटाइजर की वजह से खाल बाहर आ गई और वह पकड़ा गया। इसके बाद पूर मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है। जिस युवक का एग्जाम था, उसका नाम मनीष कुमार पुत्र राम बदन शाह है। वह मुंगेर के हरपुर थाना के बेलाडीह गांव का रहने वाला है। जबकि उसका दोस्त राजगुरु गुप्ता गनेली गांव है।

गुजरात के वडोदरा में 22 अगस्त को रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड आरसीसी (RCC) लेवल-1 की परीक्षा थी। यहां पर मनीष कुमार की एग्जाम तीसरी शिफ्ट शाम 5 से 6.30 बजे तक थी। परीक्षा केंद्र की चौथी मंजिल पर बने परीक्षा हॉल में जाने से पहले आधार कार्ड डेटा का बायोमेट्रिक वैरिफिकेशन चल रहा था। एक कैंडिडेट की बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन नहीं ले रहा था। इस पर परीक्षा निरीक्षक ने उसके बाएं अंगूठे को सैनिटाइजर से साफ किया, तो अंगूठे की खाल निकल गई। इस पर पुलिस को सूचना दी गई।

19 अगस्त को ब्लेड से काटी थी खाल
पुलिस की पूछताछ में कैंडिडेट ने अपना नाम राजगुरु गुप्ता बताया है। उसने बताया कि वह अपने दोस्त मनीष कुमार के नाम पर परीक्षा देने आया था। लक्ष्मीपुरा पुलिस स्टेशन की इंस्पेक्टर पूजा तिवारी ने मुताबिक आरोपी ने हमें बताया कि मनीष कुमार ने 19 अगस्त को अपने बाएं अंगूठे की स्किन ब्लेड से काट कर निकाली थी। दोनों अंगूठे की स्किन एक पॉलीथीन बैग में लेकर वडोदारा आए थे।

इस मामले में वडोदरा की लक्ष्मीपुरा पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज बनाने, धोखा देने के उद्देश्य से जालसाजी और आपराधिक साजिश और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। 24 अगस्त को कोर्ट में पेश किया, जिस पर पुलिस ने दोनों को तीन दिन की रिमांड पर पुलिस को दे दिया।

पिता बोले- निजी काम कहकर पटना गया था
मनीष के पिता रामबदन साह ने दबी जुबान से कहा कि मेरा पुत्र मनीष कुमार बीते 21 अगस्त को घर से पटना किसी निजी काम की बात कह कर निकला था। मगर जब 24 अगस्त को अखबार के मनीष का फोटो एवं खबर छपा देखा तो तब हम लोगों को जानकारी मिली कि वह वडोदरा में पकड़ा गया है। साथ ही इसके 1 साथी राजगुरु गुप्ता भी पकड़ाया है। इसके अलावा उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया।

गांववालों ने कहा- रैकेट से जुड़े हैं दोनों
ग्रामीणों के मुताबिक मनीष कुमार और राजगुरु गुप्ता दोनों दोस्त है। इनके ऐसे साथी हैं जो कि इस धंधे में वर्षों काम कर रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक यह लोग काफी दिनों से रेलवे भर्ती बोर्ड, पुलिस बहाली एसएससी सहित अन्य कई तरह के परीक्षा में यह लोग दूसरे के नाम पर अवैध तरीके से परीक्षा देते थे। इसके एवज में 50 हजार से 1 लाख रुपया की रकम अभ्यर्थियों से लेते थे।
