पटना। मुख्यमंत्री सचिवालय के नाम पर बड़ा फ’र्जीवाड़ा हुआ है। एक सा’इबर क्रि’मिनल ने मुख्यमंत्री सचिवालय के नाम पर एक फ’र्जी ट्वीटर अ’काउंट ही बना दिया। जो दिखने में ऑरिजिनल ट्वीटर अ’काउंट की तरह था। शा’तिर ने फर्जी वेबासाइट पर CMO का ऑरिजिनल लोगो को इस्तेमाल भी किया।
फर्जीवाड़ा का यह मामला आ’र्थिक अ’पराध इकाई (EOU) के पास पहुंचा था। जिसके बाद EOU ने एक टीम बनाई गई। इस केस की जांच की जिम्मेवारी साइबर मामलों के एक्सपर्ट डीएसपी सुनील कुमार सिंह को सौंपी गई थी। फिर इस टीम ने मामले की जांच शुरू की। अब अरमान बशीर नाम के शा’तिर को इस मामले में गि’रफ्तार किया गया है।
मुख्यमंत्री सचिवालय के नाम पर फ’र्जी अकाउंट बनाने का यह मामला इसी साल 1 फरवरी को EOU के सामने आया था। तब पटना स्थित EOU थाना में अज्ञात अ’पराधी के खि’लाफ IPC और IT सेक्शन के तहत केस दर्ज किया गया था। तब से यह टीम शातिर का पता लगा रही थी। मतलब केस की जांच चल ही रही थी। 23 अगस्त को यह शातिर EOU की र’डार में आया और फिर अब उसकी गिरफ्तारी हो गई।
अरमान बशीर मूल रूप से पूर्वी चंपारण के ढ़ाका थाना के तहत सपही ढ़ाका के वार्ड नंबर 12 का रहने वाला है। पकड़े जाने के बाद इससे पू’छताछ भी हुई।
इससे यह जानने की कोशिश हुई कि आखिर CMO के नाम पर फ’र्जी अ’काउंट इसने क्यों बनाया? इसके पीछे की वजह क्या है? हालांकि, उसने अब तक सं’तोषजनक जवाब नहीं दिया है।

