पटना। पुलिस महकमे में यह प्रावधान है कि रिटायरमेंट के दो साल अगर बचे हों तभी पुलिसकर्मियों को उनके गृह जिला में तैनात किया जाएगा। पर, बिहार में ऐसे 875 पुलिसकर्मी चिह्नित किए गए हैं जो नौकरी के शुरुआती दौर में ही अपने-अपने गृह जिला में तैनात हैं।
पटना जिला में ही ऐसे करीब 300 पुलिसकर्मियों को चिह्नित किया गया है। चिन्हित किए गए पुलिसकर्मियों में से अधिकतर सिपाही हैं। इसके अलावा कुछ एएसआई और दारोगा हैं। दरअसल राज्य पुलिस मुख्यालय ने हाल ही में पुलिसकर्मियों के लिए नई तबादला नीति बनाई है।
इसको लेकर पुलिस मुख्यालय के स्थानांतरण समिति की बैठक बुलाई गई थी। इसमें पता चला कि 875 पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो अपने गृह जिला में ही तैनात हैं। उन्हें तत्काल दूसरे जिला में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया जिसपर डीजीपी एसके सिंघल ने भी अपनी मुहर लगा दी है।
सूत्रों के अनुसार संबंधित जिलों को निर्देश दिया गया है कि 10 सितंबर तक वे ऐसे पुलिसकर्मियों को दूसरे जिला के लिए विरमित कर दें और सितंबर का उनका वेतन भी उन्हें अब उन्हीं जिलों से मिलेगा जहां उनकी पोस्टिंग की जानी है।
एडीजी (मुख्यालय) जीतेन्द्र सिंह गंगवार ने कहा कि सॉफ्टवेयर के जरिए ऐसे पुलिसकर्मियों को चिह्नित किया गया और उसके बाद इनका तबादला करने का आदेश जारी किया गया है।
पुलिस मुख्यालय ने हाल ही में एक नीति बनाई है इसके तहत रिटायरमेंट के दो साल बचे रहने पर ही पुलिसकर्मी की गृह जिला में पोस्टिंग होगी। वहीं रिटायरमेंट का एक साल बचे रहने पर ही किसी जिला में च्वाइस पोस्टिंग होगी। इसके अलावा पति-पत्नी अगर दोनों पुलिस महकमे में हैं तो सेवा काल में सिर्फ दो बार ही दोनों की एक स्थान पर पोस्टिंग हो सकती है।


