पूर्णिया. अक्सर पुलिसवालों के बारे में हमें नकारात्मक खबरें ही देखने-सुनने को मिलती हैं. इस बात की चिंता पुलिसकर्मियों को भी होती है कि आखिर उनके कुछ गैर जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के कारण पूरे महकमे को क्यों नकारात्मक नजरों से देखा जाता है. इसी के मद्देनजर पुलिस को पीपुल्स फ्रेंडली पुलिस बनाने के लिए पूर्णिया जिले के एसपी ने एक अच्छी पहल शुरू की है. एसपी ने जिले में बड़े मामलों के उद्भेदन में सहायता करने वाले आम नागरिकों को प्रशस्ति पत्र और टोकन देकर सम्मानित किया.

पूर्णिया के एसपी दयाशंकर ने जिन्हें सम्मानित किया है इनमें खुशबू कुमारी, मो इम्तियाज और मनोज कुमार के नाम शामिल हैं. एसपी ने कहा कि बुधवार की सुबह रामनगर के पास से एक बच्चा सारांश के अपहरण मामले में डीएवी के पास की खुशबू कुमारी ने पुलिस की बड़ी सहायता की. उनकी सहायता के बदौलत ही पुलिस ने महज 5 घंटे में बच्चा को सकुशल बरामद कर लिया गया.

इसके अलावा के. नगर के मोहम्मद इम्तियाज ने मक्का लूट कांड में पुलिस की सहायता कर सभी अपराधियों को गिरफ्तार करवाने का काम किया. वहीं मनोज कुमार ने सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उन्हें इलाज करवा कर उसकी जान बचाई थी. इस उत्कृष्ट कार्य के लिए तीनों को प्रशस्ति पत्र और टोकन देकर सम्मानित किया गया है.

एसपी ने कहा कि अब हर महीने की 1 तारीख को उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसी भी घटना के उद्भेदन में और वारदात को रोकने में आम नागरिक की बहुत बड़ी भूमिका होती है. आम नागरिक के सहयोग के बगैर पुलिस काम नहीं कर सकती है. इन तीनों ने पुलिस को सहयोग किया जिसके बदौलत पुलिस को कामयाबी हासिल हुई. एसपी ने कहा कि आगे भी पुलिस को सहयोग करने वाले लोगों या अन्य क्षेत्रों में भी अच्छा काम करने वाले को पुलिस प्रशासन की तरफ से सम्मानित किया जाएगा.

एसपी दयाशंकर से पुरस्कार प्राप्त करने के बाद खुशबू रानी ने कहा कि एक महिला पहले उनके यहां किराए पर रहती थी. वह महिला बुधवार को एक बच्चा को लेकर आ गई और बोली कि वह उनका बेटा है. इसकी सूचना उसने अपने पति और वार्ड कमिश्नर को दी.

फिर पुलिस को इसकी सूचना दी गई. उसने बच्चा को उस महिला के हाथ से लेकर अपने पास रख लिया. जब पुलिस पहुंची तो पता चला कि सारांश नाम के बच्चे का अपहरण किया गया था. इसके बाद पुलिस बच्चा को अपने साथ लेकर गए और बच्चा को परिजनों को सौंपा गया.




