ललन सिंह की सहानुभूति पर बीजेपी ने पूछा सवाल, लालू-राबड़ी और तेजस्वी से माफी मांगे थे?

बिहार मे सियासी फेरबदल के बाद लंबे समय तक साथ रहने वाले बीजेपी और जदयू आपस में दुश्मनों की तरह लड़-झगड़ रहे हैं। दोनों दलों के नेता एक दूसरे की कमियां और कमजोरी खोज-खोजकर प्रहार कर रहे हैं। सोशल मीडिया इनकी आपसी छींटाकशी का मंच बना हुआ है। इस बीच बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर बड़ा हमला किया है। निखिल आनंद ने ललन सिंह के पूछा है कि राजद के साथ मिलकर महागठबंधन सरकार बनाने से पहले लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से माफी तो मांगी होगी?

bihar election 2020 : nikhil anand, who left 17 year journalism and entered  politics, is now bjp candidate from maner assembly:maner seat se srikant  nirala ka kata ticket bjp ne nikhil anandअब जरा इस खबर को समझते हैं। दरअसल, यह मामला ललन सिंह के उस बयान से जुड़ा है जिसमें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशिल मोदी पर तंज कसा था। शुक्रवार को ललन सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से सुशील मोदी पर तीखा वार किया। सहानुभूति दिखाते हुए ललन सिंह ने सुशील मोदी के लिए लिखा था कि आपने 2012 में नीतीश कुमार को पीएम बनने लायक बताया था।

इसी वजह से पार्टी ने आपको दरकिनार कर दिया। अब कुछ बोलकर आपको कुछ मिल जाता है तो हम लोगों को खुशी होगी। ललन सिंह के इस कटाक्ष को बीजेपी ने गंभीरता से लिया है। इसके जवाब में बीजेपी ने ललन सिंह पर बड़ा हमला किया है। पुरानी बातें याद दिलाने पर बीजेपी ने भी ललन सिंह को एक पुरानी बात याद दिलाई है। बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने ललन सिंह से पूछा है कि आपने लालू-राबड़ी और तेजस्वी से माफी तो मांगी होगी?

बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने  ट्विटर पर ललन सिंह को नीचा दिखाने वाला मैसेज पोस्ट किया है। निखिल आनंद ने ललन सिंह से कई सवाल किए हैं। भाजपा प्रवक्ता लिखते हैं-

आदरणीय ललन जी , चलिए छोड़िए ये सब और जवाब दीजिए-
1. क्या आपको चारा घोटाले में पेटिशनर होने का  अफसोश है?
2.क्या IRCTC मामलों में तेजस्वी यादव के खिलफ अभियान चलाने का अफसोस है?
3. क्या जदयू-राजद समझौते से पहले लालू-राबड़ी व तेजस्वी से गलतियों के लिए आपने माफी मांगी थी?

एक अन्य ट्वीट में निखिल आनंद ने ललन सिंह पर तंज कसते हुए लिखा है-

पान गुटखा चबाते हैं पर कही गई बात थोड़े ही खा पचा सकते हैं। सितंबर 2010 में अखबार के इंटरव्यू में आपने सत्य कहा था कि जदयू एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। बीजेपी प्रवक्ता के इस प्रहार के बाद देखना अहम होगा कि जदयू और राजद की ओर से इस पर क्या प्रतिक्रिया दी जाती है। निखिल आनंद का यह ट्वीट तिलमिलाने वाला है। बताया जा रहा है कि जदयू नेता इस पर जवाब ढूंढ रहे हैं।

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