मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. हैरानी वाली बात यह है कि यह ठग महज आठवीं पास है और 4 भाषाएं जानता है. इसने खुद को क्रेडिट कार्ड का अधिकारी बताकर एक शख्स को 2 लाख रुपये का चूना लगा दिया. पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया और बाद में झारखंड के जामताड़ा से गिरफ्तार किया. आरोपी से पूछताछ जारी है. आरोपी ने बेंगलुरु में रहकर ठगी सीखी और दोस्तों के साथ मिलकर कई लोगों के साथ जालसाजी की. पुलिस का मानना है कि इस शातिर ठग से कई अन्य खुलासे हो सकते हैं.

जानकारी के मुताबिक, पीड़ित का नाम राजेंद्र डेनवाल है. उन्होंने कुछ दिनों पहले इंदौर सायबर सेल में शिकायत की थी. उन्होंने पुलिस को बताया था कि एक दिन उनका क्रेडिट कार्ड काम नहीं करा रहा था. वे कहीं कुछ कर पाते, उससे पहले उनके पास एक अजनबी का फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट का अधिकारी बताया. उसने एक लिंक भेजी और पीड़ित से ओटीपी मांगी. पीड़ित के ओटीपी देते ही उनका अकाउंट खाली होने लगी. आरोपी ने अलग-अलग खातों में 2 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन कर लिया.

इस तरह चला ठगी का पता
पीड़ित राजंद्र ने पुलिस को बताया कि उनके साथ ठगी का पता उस वक्त चला जब मोबाइल पर धड़ाधड़ मैसेज आने शुरू हुए. उनकी शिकायत पर पुलिस ने साइबर सेल की टीम बनाई और टास्क दिया. पुलिस की साइबर सेल लगातार आरोपी को ट्रेस करती रही. शुरुआत में तो उसे सफलता नहीं मिली, लेकिन बाद में पता चला कि आरोपी जामताड़ा में है. पुलिस लगातार उसके मोबाइल को ट्रेस करती रही और उसे जामताड़ा से उठा लिया.

पुलिस के सामने किए खुलासे
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम अतुल राणा बताया है. वह झारखंड के जामताड़ा में रहता है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने 8वीं तक पढ़ाई की है और वह 4 भाषाएं बोलता-समझता है. उसने पुलिस को बताया कि साइबर ठगी उसने बेंगलुरु में सीखी. वह अपने साथियो के साथ वहां कई ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुका है. पुलिस फिलहाल आरोपी से पूछताछ कर रही है. उससे और भी कई खुलासे हो सकते हैं.






