मुजफ्फरपुर।सरैया प्रखंड के मनिकपुर में जगत सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय। यहां 9वीं से 12वीं तक 1350 स्टूडेंट्स का नामांकन है। लेकिन, क्लास में उपस्थिति महज 12 स्टूडेंट्स की। यानी स्कूल से 99.12 फीसदी स्टूडेंट्स अनुपस्थित। कुल उपस्थिति एक फीसदी से भी कम 0.88 फीसदी थी। डीईओ अजय कुमार सिंह जब मंगलवार को स्कूल के निरीक्षण को पहुंचे तो क्लास में बच्चों की उपस्थिति की पोल खुली। स्कूल में एक शिक्षक 12 बच्चों को बैठाकर पढ़ा रहे थे।
वहीं हेडमास्टर और अन्य शिक्षक एडमिशन के कार्य में लगे थे। स्कूल में कुल 21 शिक्षक कार्यरत हैं। इसमें से 18 उपस्थित थे। स्कूल में काफी कम उपस्थिति होने पर डीईओ ने एचएम से शो कॉज किया है। इसको लेकर बीईओ से भी जवाब मांगा गया है।
इसके बाद डीईओ बगल के ही एक और स्कूल में पहुंचे। प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय सरैया में करीब 1178 स्टूडेंट्स का नामांकन है। लेकिन यहां 43 छात्राएं ही उपस्थित मिलीं। यानी यहां भी 3.70 फीसदी छात्राएं ही उपस्थित थीं।
बाकी 96.30 फीसदी स्कूल से अनुपस्थित थीं। जबकि स्कूल के 10 शिक्षकों में से 8 उपस्थित थे और 2 छुट्टी पर थे। डीईओ ने कम उपस्थिति पर प्रधानाध्यापक से कारण पूछा है। डीईओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि कक्षाओं में बच्चों की उपस्थिति नहीं होना काफी गंभीर मामला है। दोनों में मामले को लेकर एचएम से कारण पूछकर कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा विभाग की ओर से प्राथमिक से लेकर प्लस टू स्तर की कक्षाओं में उपस्थिति बढ़ाने पर पूरा फोकस है। बावजूद इसके जमीन पर ऐसा कुछ भी होता नहीं दिख रहा है। विभाग की ओर से स्कूलों का नियमित निरीक्षण किए जाने का निर्देश है। बावजूद इसके बीईओ स्कूलों का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं।
इसके लिए बेस्ट मोबाइल एप की सुविधा भी दी गई है लेकिन नियमित निरीक्षण नहीं किया जा रहा है। जिला शिक्षा विभाग की रिव्यू मीटिंग में इसको लेकर बीईओ को शो कॉज किया गया था। विद्यालयों का निरीक्षण नहीं होने से न तो शिक्षक और न ही एचएम से लेकर स्टूडेंट्स तक उपस्थिति को लेकर गंभीर हैं।
जगत सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य अरविंद कुमार मंडल ने बताया कि स्कूल के आसपास 50 से अधिक कोचिंग संस्थान हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स स्कूल आने के बजाए कोचिंग में चले जाते हैं। बुलाए जाने के बाद भी वे क्लास में नहीं लौटते हैं। उन्होंने बताया कि सामान्य दिनों में यहां 100 से अधिक उपस्थिति रहती है। एक दिन पहले शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम हुआ था। वहीं, मंगलवार को मौसम खराब था। इस कारण भी उपस्थिति कम है।

