बिहार के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव मंगलवार को देर रात ब्लू टी शर्ट में सिर पर टोपी लगाए बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में औचक निरीक्षण करने पहुंचे। वहां मरीजों के परिजनों ने उनसे शिकायत की कि ज्यादातर दवाएं बाहर से लानी पड़ रही है। सफाई व्यवस्था को लेकर भी मरीजों के परिजनों ने तेजस्वी को शिकायत की। नई सरकार के गठन के बाद वे पहली बार पीएमसीएच का हाल जानने पहुंचे थे।

हेल्थ मैनेजर रात के समय क्यों नहीं रहते हैं ?
तेजस्वी ने कहा कि बिहार राज्य के सभी सीएस और सभी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल की बैठक उन्होंने बुलाई गई है। इसलिए उसके पहले पीएमसीएच का हाल का हाल देखने पहुंचे। तेजस्वी ने कहा कि हेल्थ मैनेजर ने एक नर्स को एडमिनिस्ट्रेशन का कंट्रोल देखने को दे दिया है। यह मजाक है।

तेजस्वी ने पूछा कि हेल्थ मैनेजर रात के समय क्यों नहीं रहते हैं ? सफाई के लिए सुपरवाइजर को तेजस्वी ने बुलवाया। टाटा वार्ड के पीजी डॉक्टरों से उन्होंने बातचीत की। उन्होंने पीएमसीेएच प्रशासन की और डॉक्टरों की खूब क्लास लगाई।

उन्होंने कहा कि कुत्ता वार्ड में घुसा हुआ है और उसे कोई स्टाफ बाहर नहीं कर रहा है, मैंने देखा। सभी ड्रग, आउससोर्स, नर्सों आदि के बारे में पूरी रिपोर्ट मांगी।साथ ही तेजस्वी ने सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

बाथरुम इतना गंदा की बाहर जाना पड़ता है
पीएमसीएच में सीनियर डॉक्टर रात के समय रहते हैं कि इसकी जानकारी भी उन्होंने ली। तेजस्वी ने पूछा कि महिलाएं बाथरुम कहां जाती हैं ? एक महिला ने बताया कि पैसे देकर बाहर जाते हैं। तेजस्वी ने बाथरुम का हाल देखा। कई मरीजों के परिजनों से बात की।

मरीजों के परिजनों ने शिकायत की कि डॉक्टर पैसे के लिए बाहर की दवाएं लिख रहे हैं। काउंटर पर दवाएं ही नहीं हैं तो लिखने से क्या फायदा। तेजस्वी ने सीसीटीवी कैमरे के बारे में भी जानकारी ली। पूछा पीएमसीएच का सुपरीटेंडेंट कौन है? उन्होंने कई जगह गंदगी की फोटो भी खिंचवाई।



