पटना में दि’नदहाड़े शूटआउट, 17 साल बाद जेल से निकले शख्स को किया गो’लियों से छ’लनी

पटना. पटना में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ने लगा है. पिछले कई दिनों से लगातार एक के बाद एक अपराधिक घटनाएं देखने को मिल रही है. सोमवार की सुबह महावीर अस्पताल के ठीक बगल में स्थित बस पड़ाव पर बैठे पप्पू सिंह नामक व्यक्ति को गोलियों से भून डाला गया. सुबह करीब 8.15 बजे एलसीटी घाट के पास बने बस पड़ाव पर छपरा के रहने वाले पप्पू सिंह नामक व्यक्ति को अपराधियों ने निशाना बनाते हुए पांच गोलियां मारी गईं.

पटना में सरेआम युवक की हत्या  (सांकेत‍िक तस्‍वीर)

गोली लगने के बाद पप्पू सिंह वहीं पर गिर गया बाद में पुलिस ने पहुंचकर आनन-फानन में उसे पीएमसीएच में ले जाकर भर्ती करवाया जहां उसकी मौत हो गई. गोली चलने की आवाज सुनने के बाद अगल बगल से बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए. पप्पू सिंह का चचेरा भाई जो एलसीटी घाट के पास ही रहता है उसने बताया कि तीन बाइक पर सवार होकर अपराधी कुर्जी की तरफ से आए थे. गोली मारने के बाद सभी बाइक से भाग निकले.

स्थानीय वार्ड पार्षद पति पप्पू राय ने बताया की पप्पू सिंह बस पड़ाव पर बैठा हुआ था तभी बाइक पर सवार होकर अपराधी आए और गोली मारकर निकल गए. इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता अपराधी भाग निकले. अगल-बगल के लोग डर से कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे है. पप्पू सिंह के चचेरे भाई ने बताया कि वो छपरा के रहने वाले हैं. इससे पहले भी एक बार हमला हो चुका है.

पप्पू जिसको अपराधियों ने पांच गोलियां मारी वो खुद अपराध के केस में 17 साल जेल में रहकर बाहर आया हुआ था. पप्पू सिंह के चचेरे भाई अनुप सिंह ने बताया कि हाल ही में पप्पू सिंह एक की में 17 साल जेल में रहकर निकले हैं. उनको पहले भी धमकी मिलता रहा है. हमलोगों ने अकेले बाहर निकलने से मना किया था लेकिन सोमवार को जब बाहर निकलकर बस स्टैंड पर पहुंचे तो पहले से घात लगाए अपराधियों ने गोली मार दी.

अनूप सिंह ने बताया कि छपरा गांव पर भी एक बार हमला हो चुका था जहां अपराधियों ने गोली चलायी था पर पप्पू बाल-बाल बच गया था. पटना पुलिस घटना की जांच में जुट गई है. अगल-बगल के इलाकों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं ताकि अपराधियों का पता लगाया जा सके.

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