पटना. बिहार की राजधानी पटना स्थित आईजीआईएमएस में फिर से एक बार रैगिंग का मामला सामने आया है. रैगिंग की शिकायत आने से कॉलेज प्रशासन के बीच खलबली मच गई है. दरअसल कॉलेज प्रशासन को एनएमसी यानि नेशनल मेडिकल कमीशन से एक पत्र मिला है जिसमें कॉलेज की एमबीबीएस फर्स्ट ईयर 2021 की एक छात्रा का जिक्र किया गया है और कॉलेज प्रशासन से जवाब मांगा गया है.

छात्रा ने एनएमसी से पत्र लिखकर ये शिकायत की थी कि उसके साथ सीनियर स्टूडेंट्स यानि सत्र 2020 के एमबीबीएस स्टूडेंट्स रैगिंग कर रहे हैं.छात्रा के मुताबिक देर रात कॉल कर उस पर डांस करने का दवाब बनाया जाता है और इतना ही नहीं सीनियर स्टूडेंट्स गाली-गलौच के साथ बिना अनुमति यूनिफार्म नहीं पहनने का भी दवाब बनाते हैं.

छात्रा के द्वारा रैगिंग की इस शिकायत के बाद एनएमसी ने कॉलेज प्रशासन से जवाब मांगा है. इधर कॉलेज की एंटी रैगिंग कमिटी भी हरकत में आ गई है और आरोपी छात्रों की पहचान कर उससे 72 घंटे के भीतर पूरे आरोप पर जवाब मांगा गया है. कमिटी की मानें तो संतोष जनक जवाब नहीं मिलने और घटना की पुष्टि होने पर आरोपी स्टूडेंट्स पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

इधर गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन डॉक्टर नम्रता कुमारी की मानें तो पीड़ित छात्रा की पहचान नहीं हो पाई है और पहचान होने पर उसे उजागर करना भी नहीं है. हालाकि ये गंभीर घटना है क्योंकि जिस तरह का आरोप छात्रा ने लगाया है ऐसे में एंटी रैगिंग कमिटी पर भी सवाल उठने लगा है कि आखिर कमिटी एक्टिव रहने के बाद भी कैसे इस प्रकार की घटना हुई. छात्रा ने ये भी आरोप लगाया कि सीनियर्स घंटों धूप में खड़ा रखते थे और हमेशा सलामी देने के लिए भी कहते थे.



