जबलपुर. जबलपुर के गोराबाजार थाना क्षेत्र में सेना की इंटेलिजेंस विंग ने एक फर्जी फौजी को पकड़ा. फौजी की वर्दी पहने ये युवक अग्निवीर परीक्षा में शामिल होने आए युवाओं से अवैध वसूली कर रहा था. सेना के अफसरों को इसकी खबर लग गयी उन्होंने फौरन उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया.

एक फर्जी फौजी अग्निवीर बनने आए युवाओं को सेना में भर्ती कराने का झांसा दे रहा था. वो फौजी की वर्दी पहनकर स्टेशन और बस स्टैंड पर घूम रहा था. इसकी सूचना सेना के अधिकारियों को मिली तो उन्होंने तत्काल एक नागरिक को अग्निवीर परीक्षार्थी बनाकर भेजा. शिकायत की पुष्टि होते ही सेना के इंटेलिजेंस विंग ने उस नकली फौजी को पकड़ लिया.

नकली फौजी
यह नकली फौजी सैनिक की वर्दी में ही घूमता था और रेलवे स्टेशन के पास बाहर से आने वाले युवाओं को अग्निवीर के फिजिकल और मेडिकल में पास करवाने का भरोसा देकर पैसे ऐंठ रहा था. पुलिस ने जब नकली फौजी की पड़ताल की तो पता चला कि राहुल सिंह चौहान नाम का ये नकली फौजी सीधी जिले की चमरदह तहसील का रहने वाला है. कुछ दिनों से गोराबाजार थाना इलाके के तिलहरी में रह रहा है. इसके कब्जे से सेना की वर्दी पहने फौजियों के साथ तस्वीरें भी मिली हैं. बताया जा रहा है कि मिलिट्री अस्पताल में पदस्थ एक कर्मचारी के माध्यम से यह सेना के अस्पताल और अन्य क्षेत्रों में आता जाता था. सेना की इंटेलिजेंस विंग और पुलिस इस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है.

सेना ने की अपील
जबलपुर में 15 सितंबर से अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई है. इसमें आसपास के जिलों से हजारों युवा परीक्षा देने पहुंचे हैं. आशंका है कि राहुल सिंह चौहान की तरह और भी कई लोग युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का झांसा देकर ठग सकते हैं. इसलिए सेना ने भी युवाओं से अपील की है कि किसी भी शख्स के बहकावे में आकर पैसे ना दें. क्योंकि अग्निवीर योजना में कोई भी नियुक्ति पैसों के माध्यम से नहीं हो सकती.



