बिहार में जल्द लागू होगा चौथा कृषि रोड मैप, सुधाकर सिंह ने बताया सरकार का प्लान

पटना. बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर आज जमकर बरसे. सुधाकर सिंह ने नरेंद्र सिंह तोमर पर गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 17 साल से बिहार में कृषि मंत्रालय बीजेपी के पास ही है. इन सत्रह वर्षों के दौरान BJP ने कृषि विभाग को बर्बाद किया है. बिहार में रोपनी का समय जुलाई और अगस्त उपयुक्त होता है मगर पर्याप्त मात्रा में भारत सरकार ने यूरिया दिया ही नहीं तो बताइए तस्करी का आरोप वो कैसे लगा रहे हैं.

बिहार में महागठबंथन की सरकार में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं.

कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि उर्वरक कंपनियां भारत सरकार की कंपनी हैं. बिहार में उर्वरक कंपनियों सही से कार्य नहीं कर रही है. 225000 करोड़ सब्सिडी उर्वरक कंपनियों का भारत सरकार ने दिया. उर्वरक कंपनियों ने कीमत से अधिक मूल्य पर भेजा यह बात सामने आई. सुधाकर ने कहा कि मंत्रिमंडल में आने के बाद मैंने गड़बड़ी की जांच की और कार्रवाई भी कर रहा हूं. इस दौरान सुधाकर सिंह ने बिहार में लागू होने वाली चौथे कृषि रोड मैप से जुड़ी अहम जानकारी भी साझा की.

सुधाकर सिंह ने कहा कि चौथा कृषि रोड मैप बिहार के लिए ही नहीं देश के लिए रोल मॉडल होगा. किसानों को बेहतर खेती करने के लिए बेहतर नीति के माध्यम से काम होगा. कृषि मंडी को हम फिर से वापस लाएंगे. पहले के दो कृषि रोड मैप सही से नहीं काम कर सके हैं, इसलिए खाद्यान्न का उत्पादन बिहार में कम हुआ है. बिहार सरकार के कृषि विभाग में अब विशेषज्ञों का सलाह लेकर काम होगा. बिहार में सिर्फ अधिकारियों पर जो निर्भरता थी उसे कम की गई है.

सुधाकर सिंह ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में मेरे नहीं रहने का कोई गलत मतलब नहीं लगाया जाए. मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है समीक्षा करने का. मुख्यमंत्री को जहां मेरी जरूरत है मुझे वहां बुलाया जाता है, मैं वहां मौजूद रहता हूं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बिहार में कृषि मंडी शुरू की जाए इसलिए मैंने विभागीय पत्र भी लिख दिया है.

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