पटना : बिहार में अप्रत्यक्ष तौर पर ही सही नोरू चक्रवात का असर दिखने लगा है। मौसम विज्ञान विभाग ने सूबे के पांच जिलों में भारी बारिश तो आधे से अधिक जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश, वज्रपात और बिजली चमकने की प्रबल संभावना जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राजधानी समेत प्रदेश के सभी जिलों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ छह जिलों के शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया व पूर्णिया में भारी वर्षा की चेतावनी है।
वहीं 17 जिलों में मेघ गर्जन व बिजली चमकने के आसार है। मौसम विज्ञान केंद्र निदेशक विवेक सिन्हा की मानें तो प्रदेश में मानसून की वापसी में तीन से चार दिनों का समय लगेगा।
हालांकि मानसून वापसी के बाद भी अक्टूबर महीने में वर्षा की गतिविधियां बने रहने के आसार है। इस दौरान धुंध की स्थिति सुबह-शाम बनी रहेगी। वहीं प्रदेश में पूर्वी व दक्षिण पूर्वी के कारण वर्षा व मेघगर्जन के आसार बने रहने का पूर्वानुमान है।
इन दिनों प्रदेश में पछुआ हवा का प्रवाह बना हुआ है। वहीं मानसून ट्रफ रेखा उत्तरपूर्व अरब सागर से गुजरते हुए उत्तर पूर्व राजस्थान तक गुजर रही है। इनके प्रभाव से प्रदेश के सीमांचल इलाकों में वर्षा के आसार है।
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पटना, समस्तीपुर, वैशाली, भोजपुर, गया, जहानाबाद, खगड़यिा, मुंगेर, समस्तीपुर, औरंगाबाद, रोहतास आदि जिलों में बारिश की प्रबल संभावना है। इन जिलों मे मेघ गर्जन और वज्रपात के खतरे को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है।


