पटना। बिहार की राजधानी पटना में लगातार वर्षा के कारण डें’गू बेकाबू होता जा रहा है। मंगलवार को रिकार्ड 349 लोगों की डें’गू जांच रिपोर्ट पा’जिटिव आई है। ये आंकड़े ज्यादातर सरकारी पैथालाजी केंद्रों और अस्पतालों से लिए गए हैं। अनुमान है कि पटना में रोजाना हजार से अधिक मरीज सामने आ रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत सारे लोग निजी जांच केंद्रों में जांच कराने के बाद मुहल्ले के ही छोटे-मोटे क्लिनिकों में इलाज करा रहे हैं।
पटना में स्वास्थ्य विभाग की रि’पोर्ट के आधार पर सोमवार को लिए नमूनों में 169 डें’गू रोगी मिले। इसके अलावा पीएमसीएच में मंगलवार को 161 लोगों की जांच हुई जिसमें से 97, एनएमसीएच में 128 में से 60, आइजीआइएमएस में 62 में से 23 की रिपोर्ट पा’जिटिव आई है।
हालांकि, मंगलवार की रिपोर्ट अभी जिले की रिपोर्ट में शामिल नहीं है। जिला मलेरिया पदाधिकारी डा. सुभाष चंद्र प्रसाद के अनुसार इसके साथ ही कुल डें’गू रोगियों की संख्या 2164 हो गई है। उन्होंने बताया कि 169 डें’गू पाजिटिव में से 83 अजीमाबाद अंचल में मिले हैं। इसके अलावा बांकीपुर अंचल में 38, कंकड़बाग में 14, पाटलिपुत्र में 11, पटनासिटी 7 और नूतन राजधानी अंचल में 5 डें’गू मरीज मिले हैं।

जिला प्रशासन ने 8 अक्टूबर तक के 1844 रोगियों का विश्लेषण करने पर पाया कि महिलाओं की अपेक्षा दोगुने से अधिक पुरुष डेंगू की चपेट में आए हैं। 1226 पुरुष और 615 महिलाएं डेंगू की चपेट में आए थे। इसके अलावा डेंगू की चपेट में आए लोगों में सबसे अधिक 720 लोग 21 से 30 आयुवर्ग के हैं।
इसके बाद 11 से 20 आयुवर्ग के 535, 31 से 40 आयुवर्ग के 224, 41 से 50 आयुवर्ग के 115 लोगों को डेंगू हो चुका है। शून्य से 10 आयुवर्ग के 91, 51 से 60 आयुवर्ग के 71 और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग सबसे कम 52 लोगों को डेंगू हो चुका है।
पटना जिले में तेजी से बढ़ती डेंगू रोगियों की संख्या को देखते हुए जरूरतमंदों को आसानी से प्लेटलेट्स उपलब्ध कराने के लिए मंगलवार को जिला पदाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने पांच सरकारी समेत 16 ब्लड बैंकों में मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त कर दिए हैं।
इसके अलावा जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. एसपी विनायक और वरीय उप समाहर्ता प्रवीण कुंदन को जिला नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। जिलाधिकारी ने ब्लड बैंकों के निदेशक-चिकित्साधीक्षक, नोडल पदाधिकारियों और प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट के नंबर भी जारी किए हैं।


