मुंगेरिया ह’थियार को पश्चिम बंगाल में दिया जा रहा फारेन लुक….

भागलपुर: मुंगेर में तैयार हो रहे कारबाइन, पिस्टल और रिपीटर बंदूक, राइफल को पश्चिम बंगाल के खिदिरपुर, मोटिया बुर्ज के अलावा भवानीपुर में चोरी-छिपे चलाए जा रहे कारखाने में बेहतर शेप देते हुए विदेशी हथियार का लुक दिया जा रहा है। ऐसा पश्चिम बंगाल में सक्रिय हथियार तस्कर नार्थ-इस्ट के कुछ कारीगरों के सहारे अंजाम दे रहे हैं। मुंगेरिया हथियारों को फारेन लुक देने के पीछे तस्करों का मकसद उन हथियारों को बेशकीमती बताना है। मुंगेरिया हथियारों को नार्थ-इस्ट के कारीगर उन हथियारों को विदेशी शेप देते हुए मोनोग्राम भी मेड इन पाकिस्तान, मेड इन चाइना, मेड इन बेल्लेजियम का मोनोग्राम देते हैं।

मेड इन मुंगेर के हथियारों को दिया जा रहा विदेशी लुकफारेन लुक वाले उन हथियारों को पश्चिम बंगाल के हथियार तस्कर उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद, वाराणसी, गाजीपुर, प्रतापगढ़, बलिया, गोरखपुर, रायबरेली समेत हरियाणा और मध्य प्रदेश में सक्रिय अपराधी गिरोहों को महंगे दामों पर बेच रहे हैं। उत्तर कोलकाता के सिंथी मोड़ इलाके से 13 अक्टूबर 2022 को कोलकाता पुलिस की एसटीएफ ने मुंगेर से आए दो हथियार तस्करों मुहम्मद इम्तियाज उर्फ अब्बू और मुहम्मद साहिल मलिक के अलावा दक्षिण 24 परगना जिले के नरेंद्रपुर के इंद्रजीत शर्मा और कोलकाता के भवानीपुर के विक्की प्रसाद को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में हथियार तस्करी से संबंधित कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली है। गिरफ्तार तस्करों के पास मुंगेर निर्मित जो कारबाइन, पिस्टल बरामद किया गया है।

वह फारेन लुक में हैं, जो काफी गुणवत्ता वाला बताया गया है। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक नार्थ-इस्ट के कारीगर मुंगेरिया कारबाइन और पिस्टल को वहां फारेन लुक दे उसे महंगे दामों में दूसरे राज्यों में बेचा जाता था। इम्तियाज और साहिल पश्चिम बंगाल के इद्रजीत और विक्की के साथ मुंगेर से कारबाइन और पिस्टल की खेप लेकर दस अक्टूबर को कोलकाता पहुंचे थे। कोलकाता की एसटीएफ को पश्चिम बंगाल में सक्रिय हथियार तस्करों की मुंगेरिया हथियार कारीगरों और तस्करों के साथ नजदीकी संबंधों की भनक तकनीकी निगरानी में हाथ लगी थी। तकनीकी निगरानी के सहारे ही 13 अक्टूबर को उत्तर कोलकाता के सिंथी मोड़ के समीप चारों तस्कर गिरफ्तार कर लिए गए। उनके पास से एक कारबाइन, दो मैगजीन, 10 अर्धनिर्मित पिस्तौल और 50,000 रुपये के जाली नोट भी बरामद किए गए थे।

सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर तीन फरवरी 2022 को हुआ था मुंगेरिया पिस्टल से हमला

आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर तीन फरवरी 2022 को उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान पिलखुवा के एनएच-नौ स्थित छिजारसी टोल प्लाजा के पास हुए जानलेवा हमले में हमलावर के पास से बरामद मेड इन जर्मनी के मोनाग्राम वाली पिस्टल जांच में मुंगेर की बनी ही निकली थी। 14 मई 2021 को उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जेल में हुई सनसनीखेज गोलीकांड में दो आरोपितों को मारने के बाद पुलिस की गोली से मारे गए शार्प शूटर अंशुल दीक्षित के पास से बरामद पिस्टल भी मुंगेर की बनी निकली थी। दिल्ली, हरियाणा समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक फैले गैंगेस्टर नीरज बवाना और काला जठेरी गिरोह को कोलकाता के हथियार तस्करों ने मुंगेर निर्मित कारबाइन, पिस्टल मुहैया कराने की बात जांच में सामने आ चुकी है।

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