मुजफ्फरपुर : बाजारों में पटाखों की तरह दिखने वाले चॉकलेट बच्चों को आकर्षित करेंगे। दरअसल प्र’दूषण नियंत्रण को लेकर प’टाखे फो’ड़ने पर रोक है, लेकिन पटाखों की तरह दिखने वाले अनार बम, जमीन चक्की, कुलिया ब’म, रॉकेट ब’म, आलू ब’म चॉकलेट बच्चों को लुभाएंगे।इस चॉकलेटस की यह स्पेशल वेरायटी एमकॉम तक की शिक्षा प्राप्त करने वाली मालीघाट मुहल्ला निवासी निशा श्रीवास्तव तैयार कर बाजार में ला रही है। निशा ने बताया कि प्रदूषण मुक्त दिवाली के लिए पटाखे की शक्ल में चाक्लेट्स का विचार उनके दिमाग में आया और उन्होंने इन्हें बनाना शुरू किया। इसके लिए दिल्ली से कच्चा माल मंगवाती हैं।
चाकलेट्स के रैपर भी प्लास्टिक के नहीं होकर कागज के हैं। चाकलेट्स के एक डिब्बे की कीमत 599 रुपये है। मिठाई दुकानों, किराना दुकानों सहित अन्य जगहों पर इसकी बिक्री हो रही है।
दीपावली को लेकर दीये, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों और मोमबत्तियों की खूब बिक्री हो रही है। दीये लोकल उत्पाद के अलावा महाराष्ट्र और कोलकाता से भी मंगवाए गए हैं। वहीं कोलकाता से मंगवाई गई मूर्तियां स्थानीय मूर्तियों के मुकाबले चारगुना महंगे दाम पर बिक रहीं हैं।
वहीं टेराकोटा की मूर्तियां और दीये की वेरायटी धूम मचा रही है। कई आर्डर बुक हो चुके हैं और कई अभी कतार में हैं। इस बार एक करोड़ से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद है।





