पटना : बिहार की राजधानी पटना में शाम 4.43 पर सूर्य ग्रहण प्रारंभ हो गया। उसके पहले ही सुबह 4:43 बजे से सूतक लग चुका है। सूतक के दौरान प्रदेश के मंदिरों के पट बंद कर दिये गये हैं। कई मंदिरों में भजन-कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 5:15 बजे बिहार में सूर्यास्त हो जाएगा।
सूर्यास्त के बाद प्रदेश में सूरज ग्रहण दिखाई नहीं पड़ेगा, हालांकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार 5.22 तक बिहार में जारी रहेगा। पटना में ग्रहण की अवधि करीब आधा घंटा होगी।
पटना में मंगलवार की शाम 4.42 से सूर्य ग्रहण शुरू हो गया। उसके 12 घंटा पहले सूतक लग जाएगा। शाम 5 बजकर 11 मिनट पर सूर्य ग्रहण का मध्य होगा। शाम 5 बजकर 13 मिनट पर ग्रहण से मोक्ष हो जाएगा। वैसे तो ग्रहण इसके बाद तक चलेगा। लेकिन, ग्रहण की अवधि में ही पटना में सूर्यास्त हो जाएगा। पटना में ग्रहण का मध्य सूर्यास्त से ठीक पहले होगा। इसलिए तब सूर्य बिल्कुल पश्चिमी क्षितिज पर दिखाई देगा।
सूर्यास्त के बाद का ग्रहण पटना में दृश्य नहीं होगा। पटना में मंगलवार को सूर्योदय सुबह 5.53 बजे जबकि सूर्यास्त शाम 5.13 बजे ही हो जाएगा।
ग्रहण की समाप्ति के बाद गंगा और अन्य जलाशयों में स्नान करने के बाद पूजा आदि करनी चाहिए। इसके बाद ही भोजन बनाना और ग्रहण करना चाहिए।
सूतक के दौरान मंदिरों के पट बंद को बंद कर दिया गया। आचार्य पंडित विनोद झा वैदिक का कहना है कि मंगलवार की शाम 4.42 से ग्रहण शुरू हो जाएगा।
ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ एवं अन्य शुभ कार्य नहीं होंगे। ग्रहण के उपरांत लोग गंगा एवं अन्य जलाशयों में स्नान करेंगे। उसके बाद घरों में भोजन बनाने का कार्य शुरू होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान भोजन करना ठीक नहीं माना जाता है।
अगले ही महीने चंद्र ग्रहण लगने वाला है। आठ नवंबर को लगने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण पटना में सूर्यास्त से पहले ही शुरू हो जाएगा। यह ग्रहण करीब ढाई घंटे लंबा होगा। अगले साल यानी 2023 में पटना में कोई भी सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा।
2023 के मई और अक्टूबर महीने में दो आंशिक और छाया चंद्रग्रहण लगेंगे। सबसे दिलचस्प बात 2024 में होगी। इस साल पटना में कोई भी सूर्य या चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसके बाद सीधे 2025 के सितंबर महीने में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा।


