सदर अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस के कर्मी ने पोस्टमार्टम करने की एवज में पीड़ित परिवार से तीन हजार रुपये की मांग रख दी। पैसे देने के बाद ही पोस्टमार्टम करने की बात कही। पैसे देने में असमर्थ पीड़ित परिवार ने जिलाधिकारी नवीन कुमार को फोन लगा दी। जिलाधिकारी 10 मिनट के अंदर पोस्टमार्टम कक्ष पहुंच गए। जिलाधिकारी के आगमन की सूचना पर सिविल सर्जन और डीपीएम भी पहुंचे। पीड़ित ने सारी बात की जानकारी डीएम को दी। डीएम ने नजराना मांगने वाले कर्मी पर कोतवाली थाना में केस दर्ज कराने का निर्देश दिया है।
दरअसल, सोमवार की रात बदमाशों ने जमालपुर डाकघर के गार्ड श्याम देव महतो की हत्या गला रेतकर कर दी थी। गार्ड के स्वजन शाम में शेखपुरा से पहुंचे। जिलाधिकारी के आदेश पर मंगलवार की देर रात गार्ड के शव का पोस्टमार्टम कराने स्वजन पुलिस के साथ पहुंवे। पीड़ित परिवार के माेनू कुमार ने बताया कि कर्मी ने पोस्टमार्टम कराने के लिए तीन हजार रुपये की मांग की।
2500 रुपये पोस्टमार्टम करने के लिए और 500 रुपये समान के नाम पर मांगा। पीड़ित ने तुरंत डीएम को फोन लगाकर मामले से अवगत कराया। मोनू को जिलाधिकारी ने 10 मिनट में पहुंचने की बात कही। डीएम ने इसकी जानकारी सिविल सर्जन को दी। डीएम निजी वाहन से पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, कर्मी की फटकार लगाते हुए सिविल सर्जन को केस दर्ज कराने का निर्देश दिया। गार्ड के शव का पोस्टमार्टम देर रात हुआ।





