पटना. बिहार में दो सीटों के लिये हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. उपचुनाव में राजद और बीजेपी को एक-एक सीटें आई हैं और दोनों के बीच मैच बराबरी पर रहा लेकिन अब चुनावी नतीजों पर सुशील मोदी और तेजस्वी यादव आमने सामने आ गए हैं. उपचुनाव के नतीजों पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि दोनों प्रत्याशियों को जीत के लिए शुभकामनाएं. हम उम्मीद करते हैं कि जनता ने जो उन पर भरोसा किया है उस पर वो खरा उतरें.
तेजस्वी ने कहा कि मोकामा का उपचुनाव जहां एकतरफा रहा वहीं गोपालगंज में हम 40 हजार से चुनाव 2020 में हारे थे लेकिन इस बार सिंपैथी फैक्टर होने के बावजूद बीजेपी सिर्फ 1700 सीटों से चुनाव जीती है. वहां का मुकाबला दिलचस्प रहा और हमारा प्रयोग सफल रहा. एनडीए के कोर वोटों में भी महागठबंधन के लोगों ने सेंधमारी कर ली है. तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार और सभी महागठबंधन के घटक दलों को धन्यवाद कि हमने मजबूती से चुनाव लड़ा. उन्होंने कहा कि गोपालगंज विधानसभा चुनाव में अगली बार हम कम से कम 20 हजार से चुनाव जीतेंगे।
नतीजों पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि दो सीटों पर हुए उपचुनावों के परिणाम से साफ है कि जनता ने सात दलों की महागठबंधन सरकार को नकार दिया. इस उपचुनाव में नीतीश कुमार अपना आधार वोट भी नहीं बचा पाए. गोपालगंज में भाजपा अपने आधार वोट को एकजुट रखकर विजयी रही तो उधर मोकामा में पार्टी को 63 हजार से ज्यादा वोट पाना और आतंक के पर्याय छोटे सरकार (अनंत सिंह) की पत्नी (राजद प्रत्याशी) को कड़ी टक्कर देना बड़ी बात है.
मोदी ने कहा कि मोकामा की जीत महागठबंधन की जीत नहीं, बल्कि छोटे सरकार की जीत है. छोटे सरकार पार्टी बदल-बदल कर जीतते रहे, लेकिन इस बार तेजस्वी प्रसाद यादव और ललन सिंह के हेलीकाप्टर उतारने के बाद भी उनके प्रत्याशी की जीत का अंतर आधा हो गया. सुशील मोदी ने कहा कि जदयू के राजद से फिर हाथ मिलाने के कारण नीतीश कुमार का लव-कुश और अतिपिछड़ा वोट खिसक कर भाजपा के साथ आ गया. वो वोट ट्रांसफर करने की क्षमता खो चुके हैं.

