बक्सर में आयोजित सनातन संस्कृति समागम में भाग लेने शनिवार को पहुंचे सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि बक्सर शौर्य, पराक्रम और यश की पहली पाठशाला है। अगर हमें धर्म और संस्कृति को बचाना है तो हर हाल में भारत माता की अस्मिता की रक्षा करनी होगी।
भारत की परंपरा में बसते हैं श्री राम
श्री राम जन्म भूमि न्यास समिति द्वारा अहिल्या धाम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गंगा प्रसाद ने कहा राक्षस रूपी आतंकवाद से निपटने के लिए महर्षि विश्वामित्र ने भगवान श्रीराम का आवाहन किया और इसी बक्सर की धरती पर उन्हें योग्य बनाया। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम भारत की परंपरा में बसते हैं, हम यह नहीं कहते कि हम श्रीराम बन सकते हैं, लेकिन जिनमें भी उनका अंश मात्र भी समा जाएगा वह अपने आप में आदर्श हो जाएगा। माता सीता का त्याग यदि अंश मात्र भी आ जाए तो जीवन सफल हो जाए।
भारतीय संस्कृति और परंपराओं पर की चर्चा
भारतीय संस्कृति और परंपराओं पर चर्चा करते हुए गंगा बाबू ने कहा आज अमेरिका का अगर अस्तित्व खत्म हो जाए तो हम कह सकते हैं कि श्रमशील समाज जिसने अपनी मेहनत से अपने देश को बनाया वह समाप्त हो जाएगा। यदि ब्रिटेन का अस्तित्व खत्म हो जाए तो हम कह सकते हैं कि एक व्यावसायिक सोच वाला समाज नहीं रहा। फ्रांस खत्म हो जाए तो हम कह सकते हैं जिसने दुनिया को सौंदर्य का बोध दुनिया को कराया वह नहीं रहा। भारत अगर खत्म होगा तो इस धरती से धर्म और संस्कृति समाप्त हो जाएगी। हमें अपने धर्म और संस्कृति को बचाना है, हर हाल में भारत माता की अस्मिता की रक्षा करनी है, श्री राम के आदर्श को अपनाकर।
संतो को किया सम्मानित
इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत प्रज्ञा प्रवाह के बिहार चैप्टर ‘चित्ती’ के प्रांतीय अध्यक्ष कृष्ण कांत ओझा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन केंद्रीय मंत्री और कार्यक्रम के संयोजक अश्विनी कुमार चौबे ने किया। मंच पर जगतगुरु श्री लक्ष्मीनारायण प्रपन्ना जी महाराज जीयर स्वामी जी, वृंदावन वासी श्री अनंत आचार्य जी महाराज, राष्ट्रीय संघ सेवक संघ के प्रचारक लक्ष्मीनारायण भाला, अमिकर दयाल, एफसीआइ के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अजीत कुमार सिन्हा आदि मौजूद थे। सिक्किम के राज्यपाल ने संतो को गायत्री मंत्र लिखा संदेश पत्र देकर सम्मानित किया।



