मुजफ्फरपुर : सकरा थाना क्षेत्र बरियारपुर में बच्चेदानी के आपरेशन के दौरान सुनीता देवी की की दोनों कि’डनी निकालने के मुख्य आ’रोपित नर्सिंग होम संचालक पवन कुमार को पुलिस ने गि’रफ्तार कर लिया है। घटना के बाद वह दिल्ली चला गया था। वह भूटान भागने की फिराक में था।
अपने स्वजन से मिलने अपने घर बरियारपुर आया था। इसके बाद पुलिस ने छा’पेमारी कर बरियारपुर स्थित उसके घर से गि’रफ्तार किया है। बुधवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी पुलिस उपाधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार पांडेय ने दी।
उन्होंने बताया कि उससे पूछताछ के बाद उसे विशेष कोर्ट (एससी/ एसटी एक्ट) में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हि’रासत में जेल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि उसे रिमांड पर लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी।

आ’रोपी पवन ने बताया की घटना के एक सप्ताह बाद तक वह इधर-उधर छुपकर रहा। लेकिन, मामला जब बढ़ने लगा तो वह दिल्ली चला गया। वहां अपने एक दोस्त के घर पर छिपा हुआ था। वहां से भूटान जाने की योजना बनाई थी। भूटान उसके लिए नया जगह नहीं है।
वह भूटान में पहले भी रहा था। वहां फल का व्यवसाय कर चुका था। भूटान जाने से पहले एक बार स्वजन से मिलने वह दिल्ली से घर आया था। पुलिस को इसकी भनक लग गई। छापेमारी कर उस गिरफ्तार कर लिया।
पू’छताछ में उसने पुलिस को बताया कि सुनीता के आपरेशन के दिन डा. आरके सिंह, उसका असिस्टेंट और एक स्टाफ था। जिसका नाम वह नहीं जानता है। जबकि पातेपुर का जितेंद्र उस दिन नहीं आया था। उसने बताया कि जिस समय आपरेशन किया जा रहा था। उसी समय वह कुछ देर के लिए अपने बच्चे को लेने स्कूल से गया था।
जब आया तब तक आपेरशन हो चुका था। उसने पुलिस उपाधीक्षक को बताया जब सुनीता की तबीयत बिगड़ने लगी तो वह स्वयं उसे लेकर पटना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल ले गया। वहां जब उसे पता चला कि आपरेशन के दौरान उसकी दोनों किडनी निकाली जा चुकी है तो वह वहां से वह चुपके से निकल गया। इसके कुछ दिनों बाद दिल्ली भाग गया था। वहां से वह दिल्ली व हरियाणा में अपने दोस्तों के घर छिपता रहा।
पुलिस उपाधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि अब तक की जांच में जितेंद्र की संलिप्तता इस घटना में सामने नहीं आ रही है। उसके मोबाइल का सर्विलांस जांच से उसका लोकेशन उस दिन घटनास्थल का नहीं मिला। डा. आरके सिंह कच्ची- पक्की का रहने वाला है। उसका कोई सुराग नहीं मिला है। पवन को जेल भेजने के बाद विस्तृत पूछताछ के लिए कोर्ट की अनुमति से रिमांड पर लिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी। उन्होंने बताया कि अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है। डीएसपी पूर्वी ने बताया कि इस मामले की जांच में अब तक मानव अंग तस्करी की बात सामने नहीं आई है। यह मामला आपरेशन के दौरान घोर लापरवाही का प्रतीत हो रहा है। पवन को रिमांड पर लेकर भी पूछताछ की जाएगी। इस पूछताछ में कई तथ्य सामने आने की संभावना है। सुनीता का आपरेशन करने वाले डाक्टर आरके सिंह फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर है। उसकी गिरफ्तारी के बाद मामले की सचाई का पता चलेगा।
