मुजफ्फरपुर : कुढ़नी विधानसभा उपनिर्वाचन का मतदान पांच दिसंबर को होना है। जिला प्रशासन निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश के अनुकूल तैयारियां की जा रही है। व्यय प्रेक्षक जिला में आ चुके है।
2011 बैच भारतीय राजस्व सेवा के वरिष्ठ पदाधिकारी सुहास जी.दबडे को भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा 93-कुढ़नी विधानसभा उपनिर्वाचन में व्यय प्रेक्षक बनाया गया।
उन्होंने एमसीएमसी कोषांग जो जिला जनसंपर्क कार्यालय में संचालित है, का निरीक्षण किया साथ ही एमसीएमसी नोडल पदाधिकारी निदेश कुमार को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
कोषांग में प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक माध्यम से चुनावी खबरों पर नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया पर भी प्रत्याशियों के प्रचार व्यय पर नजर रखी जा रही है।
वहीं भारत निर्वाचन आयोग दिल्ली के दिशा निर्देश में जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणीकरण अनुश्रवण समिति का गठन कर लिया गया। नोडल पदाधिकारी के रुप में मीडिया कोषांग प्रभारी दिनेश कुमार को नामित किया गया है।
यदि कोई प्रत्याशी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम यथा टेलीविजन चैनल, केवल नेटवर्क रेडियो (एफएम चैनल सहित), सोशल मीडिया पर प्रसारित करना चाहते है तो उन्हें अनिवार्य रूप से एमसीएमसी कोषांग से पूर्व प्रमाणीकरण प्राप्त करना होगा।
बता दें कि निर्वाचन व्यय अनुश्रवण कोषांग से संबंधित शिकायत अनुवीक्षण नियंत्रण कक्ष एवं कॉल सेन्टर का गठन कर दिया गया है। व्यय अनुश्रवण कोषांग जो सदर अस्पताल रोड स्थित वाणिज्य-कर कार्यालय के तृतीय तल पर कार्यरत है।
नियंत्रण कक्ष एवं कॉल सेंटर स्थापित किया गया है जो चुनाव की घोषण से मतदान की तिथि तक प्रथम तल पर कार्यरत (24×7) है। इस नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 0621-2245070 है। यह नंबर टॉल फ्री है जिस पर अभ्यर्थियों द्वारा खर्च किये जाने वाले या मतदाताओं को डराने, लुभाने इत्यादि से संबंधित सूचना जन सामान्य/अन्य द्वारा दी जा सकती है।विधि और न्याय मंत्रालय, विधायी विभाग के अधिसूचना संख्या 3667 (ई) दिनांक 19 अक्टूबर 2020 के अनुसार निर्वाचनों का संचालन नियम 1961 के नियम 90 में संसोधन करते हुए प्रत्याशियों के निर्वाचन व्यय की अधिकतम धन राशि को बढ़ा दिया गया है। बिहार राज्य में विधान सभा निर्वाचन के लिए 30,80,000 (तीस लाख अस्सी हजार) राशि निर्धारित की गई है।
