मुजफ्फरपुर : जाम के समय प्रदूषण का ग्राफ ऊपर रहता है। इसके साथ ही धूल भी प्रदूषण बढ़ाने का सबसे बड़ा कारक बन रही है। अपने शहर का प्रदूषण ग्राफ दिल्ली से आगे रहा। दिल्ली का प्रदूषण ग्राफ अलग-अलग जगह पर 245 से 299 एक्यूआइ तक गया। आनंद विहार का एक्यूआइ 299 पर जाकर थमा। इस बीच मुजफ्फरपुर का एक्यूआइ रेड जोन यानी 331 पर जाकर थमा। मंगलवार को जिला स्कूल का एक्यूआइ 331 तो समाहरणालय का एक्यूआइ 302 पर जाकर थमा। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद के अध्यक्ष डा. अशोक कुमार घोष का कहना है कि मौसम में बदलाव के कारण प्रदूषण की समस्या गंभीर हो गई है। इस तरह की स्थिति अगले दो माह तक बनी रहने की आशंका है। प्रदूषण वृद्धि में सड़कों पर पड़ी धूल की मोटी परत बड़ी वजह बन रही है। लोग मास्क लगाकर बाहर निकलें।
अलग-अलग जगहों पर पीएम 2.5 का यह रहा स्तर
पीएम 2.5 की मात्रा जिला स्कूल इलाके में सुबह 6 बजे 332, 9 बजे 336 व दोपहर 12 बजे 351 पर रही। एमआइटी इलाके में पीएम 2.5 की मात्रा सुबह 6 बजे 75, 10 बजे 312, दोपहर दो बजे 293 पर रहा। वहीं समाहरणालय इलाके में पीएम 2.5 सुबह 6 बजे 326, 7 बजे 376, दोपहर 12 बजे 330 व शाम 3 बजे 207 पर रहा।

तिथि— एक्यूआइ
- 1 नवंबर— 229
- 2 नवंबर— 143
- 3 नवंबर— 206
- 4 नवंबर— 301
- 5 नवंबर— 317
- 6 नवंबर— 252
- 7 नवंबर— 235
- 8 नवंबर— 265
- 9 नवंबर— 280

- 10 नवंबर— 314
- 11 नवंबर— 319
- 12 नवंबर— 266
- 13 नवंबर— 322
- 14 नवंबर— 348
- 15 नवंबर— 361
- 16 नवंबर—331

- 17 नवंबर—349
- 18 नवंबर—252
- 19 नवंबर— 335
- 20 नवंबर— 332
- 21 नवंबर— 339
- 22 नवंबर— 331
रोकने के नहीं हो रहे उपाय
- — यातायात का बेहतर प्रबंधन नहीं होने से लगने वाला जाम
- — 15 साल पुराने वाहन का धड़ल्ले से हो रहा परिचालन
- — जगह-जगह हो रहे निर्माण से उड़ रही धूल को रोकने के नहीं उपाय
- — सड़क पर उड़ रही धूल पर नहीं हो रहा निगम की ओर से पानी का छिड़काव
- — पुराने वाहन से निकलने वाला धुआं व जगह-जगह कचरा बन रहा कारण




