भागलपुर. नए साल में नगर निगम सफाई व्यवस्था में परिवर्तन करने वाला है. जिसके अंतर्गत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत योजना बनाई गई है. हम आपके घरों के आगे डस्टबिन नहीं QR कोड लगेगा. नए साल में क्यूआर कोड सिस्टम के तहत शहर में सफाई व्यवस्था होगी. इसकी तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है, इस योजना पर खुद नगर आयुक्त काम कर रहे हैं.
सफाई कर्मियों के हाथ में होगा स्मार्टफोन
भागलपुर नगर निगम डिजिटल होने वाला है. अब कूड़ा उठाओ करने वाले कर्मियों के हाथों में झाड़ू नहीं स्मार्टफोन होंगे. जिस स्मार्टफोन से स्कैन कर निगम के कंट्रोल रूम को भेजना है. इससे वहां अपडेट हो जाएगा कि उस जगह से कितने बजे किस टीम ने कूड़े का उठाव किया है. जिसमें की क्यूआर कोड वार्ड के सफाई निरीक्षकों को क्यूआर कोड रीडर या स्मार्टफोन भी दिया जाएगा. जिसमें कि घर से कचरा उठाने के बाद उसकी दीवार पर लगे क्यूआर को निरीक्षक स्कैन कर करेंगे, तो मकान मालिक को रजिस्टर्ड नंबर पर कचरा उठा लिए जाने का SMS आ जाएगा. साथी एक क्लिक पर भी भेज दिया जाएगा. जिस पर वह अपना फीडबैक दिया शिकायत भेज सकते हैं. शिकायत फॉर्म कंट्रोल रूम में दर्ज हो जाएगी.

जनवरी से इस व्यवस्था को लागू करने का प्लान
नगर आयुक्त ने इसके लिए आईटी सेल को निर्देश दिया की सॉफ्टवेयर एजेंसी से बातचीत कर काम कराएं. वही सब कुछ ठीक रहा तो जनवरी से इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा. इससे निगम को डोर टू डोर सेवा की रियल टाइम मॉनिटरिंग का भी पता ऑनलाइन चलता रहेगा. इस व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए 8 नए ट्रैक्टर, चार हाईवा और एक पोकलेन मशीन की खरीदी हो चुकी है. जबकि शहर में चार जगह कचरा ट्रांसफर स्टेशन भी बनाए गए हैं. जिसमें कि लाजपत पार्क के पास भी काम चल रहा है.

पहले भी नगर निगम के द्वारा किए गए प्रयास फेल साबित हुए
पहले भी नगर निगम के द्वारा किए गए प्रयास फेल साबित हुए हैं. जिसमें कि नगर निगम निगम प्रशासन की ओर से 1200 सफाई कर्मियों की हाजिरी काटी गई थी और वेतन रोका गया था. वार्ड प्रभारी व जोनल प्रभारी तक का वेतन काटने की कार्रवाई हो चुकी है. जब उसके बाद व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो अब तकनीक का सहारा लिया गया. शहर की सफाई सुधारने की दिशा में निगम आगे बढ़ने की तैयारी कर रही है.





