पाकिस्तान के लिए सेना की जा’सूसी करनेवाला आ’रोपी मोतिहारी का, निकला ये कनेक्शन

मोतिहारी. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे पूर्वी चंपारण के युवक को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवक पूर्वी चंपारण जिला के घोड़ासहन थाना क्षेत्र के श्रीपुर कसवा गांव का गुड़ुडू कुमार गिरी बताया जा रहा है. पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे युवक मोतिहारी का निकला.

पाकिस्तान के लिए जासूसी करनेवाला आरोपी गुड्डू मोतिहारी का रहनेवाला. सिलीगुड़ी में गिरफ्तार पाक खुफिया एजेंसी के लिए काम करने वाले इस युवक की पहचान घोड़ासहन थाना क्षेत्र श्रीपुर कसावा गांव के शंभु गिरी के पुत्र गुड्डू गिरी के रूप में की गई है. गिरफ्तार युवक की कुंडली खंगालने में मोतिहारी पुलिस जुटी है. जानकारी के अनुसार, सिलीगुड़ी से एसटीएफ ने गिरफ्तार युवक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

केंद्रीय एजेंसी के अनुसार, गिरफ्तार युवक बागडोगरा, सुकना सहित सैन्य इकाइयों से सूचना और फोटो एकत्रित कर पाक आईएसआई को दे रहा था. सूत्रों के अनुसार, उक्त युवक की सूचना केंद्रीय खुफिया एजेंसी को मिली थी. जिसपर एसटीएफ ने टावर लोकेशन के आधार पर गिरफ्तार किया. घोड़ासहन थाना के श्रीपुर कसवा गांव निवासी गुड्डू कुमार गिरी पिछले ढाई साल से सिलीगुड़ी में ई-रिक्शा चलाया करता था.

इससे पहले वह अपने ससुराल बंजरिया थाना के गोखुला गांव में निजी स्कूल में शिक्षक के रुप में काम किया था. वह पिछले तीन सालों से अपनी पत्नी और तीन बेटियों और एक बेटा के साथ गोखुला गांव में ही रहता था. यहां कमाई नहीं होने और बच्चों की परवरिश में परेशानी होने के कारण गुड्डू सिलीगुड़ी जाकर ई-रिक्शा चलाता था.

गुड्डू की गिरफ्तारी से पूरा परिवार सदमें में है. रोती बिलखती मां शांति गिरी का कहना है कि बेटा शांत स्वभाव का है. वह पिछले दशहारा में गोखुला आया था, लेकिन घर नहीं आया था. वहीं विलाप करते पिता शंभू गिरी बताते हैं कि गुड्डू शुरु से ही शांत स्वभाव का है. वह ऐसा कर ही नहीं सकता. पड़ोसी का कहना है कि गुड्डू मेहनती युवक है जो तीन साल पहले दुर्घटना का शिकार होकर पैर से विकलांग हो गया है. हालांकि, ग्रामीण दबी जुबान बताते हैं कि गुड्डू का दादा नेपाल में किसी बड़ी अपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद आकर श्रीपुर कसबा गांव में रहने लगे थे. यहां उन्होंने घर बना लिया था. इधर पुलिस गुड्डू गिरी के इतिहास को खंगालने में लगी है।

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