पटना :इस वक्त छपरा जहरीली शराब कांड मामले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल छपरा जहरीली शराब कांड के मास्टरमाइंड को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने मास्टरमाइंड राम बाबू (35) को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. इस बारे में दिल्ली पुलिस ने बिहार पुलिस को इन्फॉर्म कर दिया है. मिली जानकारी के अनुसार सूचना मिलते ही बिहार पुलिस मास्टरमाइंड को लेने दिल्ली जा रही है.
बता दें, मास्टरमाइंड राम बाबू पर होमियोपैथिक दवा से शराब बनाने का आरोप है. इसी आरोपी ने शराब में केमिकल डालकर तैयार किया था. इसी ज़हरीली शराब का सेवन करने से बिहार के छपरा में 78 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी. इस घटना को लेकर पूरे देश में चर्चा होने लगी थी कि आखिर बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद कैसे इतनी बड़ी घटना हो जाती है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में खुद संज्ञान भी लिया था.
बिहार शराब कांड मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम मास्टरमाइंड रामबाबू को गिरफ्तार करने के बाद उससे विस्तार से पूछताछ का रही है. इस आरोपी से जुड़े तमाम कनेक्शन को खंगाला जा रहा है. बिहार के अंदर इसके फैले नेटवर्क को समझा जा रहा है. मिली जानकरी के अनुसार इस मामले में जल्द ही कुछ और आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है. यह बिहार पुलिस और दिल्ली पुलिस के बीच की बेहतर कोडिनेशन का ही परिणाम है कि छपरा जहरीली शराब कांड का मुख्य राम बाबू पकड़ा गया है. ADG पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि जल्द ही राम बाबू को बिहार लाया जायेगा और इससे गहराई से पूछताछ कर पूरे मामले का खुलासा किया जायेगा कि इस खेल में कितने और कहा कहा के लोग शामिल है.
बिहार में जहरीली शराब कांड मामले के बाद बिहार पुलिस महकमें के साथ साथ सरकार पर भी कई सवाल खड़े हुए थे. शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्य विपक्षी पार्टी BJP ने सदन के बाहर से लेकर अंदर तक जमकर बबाल काटा था. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के साथ साथ विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी समेत बड़ी संख्या में विधायक और विधान परिषद के सदस्य छपरा जाकर मृतक के परिजनों से मुलाकात कर उनके आंसू पोछे थे और सरकार से मृतक के परिजनो को मुआवजा देने की मांग भी की थी.
इधर बात सत्ता रूढ़ दल के साथी भाकपा माले CPI CPIM समेत लेफ्ट के अन्य साथियों ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर मृतक के परिजनो को मुआवजा देने की मांग की थी लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो टूक शब्दों में कह दिया था की किसी भी हाल में शराब का सेवन करने से हुई लोगों की मौत मामले में सरकार मुआवजा नहीं देगी क्यूंकि प्रावधान ही नहीं है.




