पहले एक, फिर दो… एक के बाद एक मिले मा’रे गए 5 मोर, जानिए किस वजह से हुई ह’त्या

गोपालगंज. राष्ट्रीय पक्षी मोर यूं तो संरक्षित श्रेणी का पक्षी है, लेकिन कुछ लोग निजी स्वार्थ के चक्कर में मोर का शिकार करने लगे हैं. मामला गोपालगंज का है, जहां एक साथ कई राष्ट्रीय पक्षी मोर को मारकर उसके पंख उखाड़ ले गए. घटना भोरे थाना क्षेत्र के इमिलिया गांव की है. बताया जा रहा है कि स्याही नदी में उगे जंगलों से अभी तक पांच मोर के शव बरामद किए गए हैं. बरामद शवों से मोर पंख गायब कर लिए गए हैं. स्थानीय लोगों द्वारा ही अभी तक मरे हुए पांच मोर को जंगलों से निकाला अभी और मोर होने की आशंका जताई जा रही है.

गोपालगंज के इमिलिया गांव में मारे गए मोर को निकालते ग्रामीण.

राष्ट्रीय पक्षी मोर को शिकार बनाने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप- घटना के बाद ग्रामीणों ने पूरे मामले की जानकारी वन विभाग और स्थानीय पुलिस को दी है. वन विभाग से रेंजर राजकुमार प्रसाद और डॉक्टर की टीम ने मरे हुए सभी मोर को बरामद कर पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. वहीं, डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं.

बताया जाता है कि भोरे प्रखंड से होकर गुजरने वाली स्याही नदी के किनारे जंगलों में बड़ी संख्या में मोर रहते हैं. प्रखंड की डूमर नरेंद्र और बगहवां मिश्र पंचायत क्षेत्र में इन्हें देखा जा सकता है. इधर, शुक्रवार को इमिलिया गांव के पास ही स्थित स्याही नदी किनारे में एक युवक को एक मोर का शव दिखा. उसने ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी.जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां पहुंच गए. आस पास जब तलाशी ली जाने लगी, तो एक-एक कर पांच मोर के शव मिले. पांच शव मिलने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. सभी शवों को जंगल से बाहर लाया गया. शवों को देखने से यह स्पष्ट है कि सभी मोरों की हत्या मोर पंख के लिए की गई है. इलाके में यह पहला मामला है कि मोर पंख के लिए राष्ट्रीय पक्षी मोर को निर्दयता पूर्वक मारा गया हो.

वहीं, इस संबंध में थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि काफी गंभीर मामला है, वन विभाग को अवगत करा दिया गया है. हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. वहीं, स्थानीय लोगों ने मोर का शिकार करनेवाले तस्करों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की मांग की है.

 

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