मुजफ्फरपुर : पचास फीसदी स्कूलों में मैट्रिक की प्रैक्टिकल परीक्षा शुरू नहीं हुई है। इसको लेकर गुरुवार को शहरी क्षेत्र के अधिकतर स्कूलों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल हेडमास्टर भी यही गुहार लगाते रहे।
मैट्रिक प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 19 से 21 जनवरी तक की तिथि निर्धारित की गई है। पहले दिन 50 फीसदी स्कूलों में भी प्रैक्टिकल परीक्षा शुरू नहीं हो सकी।
वहीं, कांटी प्रखंड के अधिकतर उच्च विद्यालयों में प्रयोगशाला के अभाव में केवल लिखित व मौखिक परीक्षा लेकर औपचारिकता पूरी की गई।
स्कूल प्राचार्यों ने कहा कि अब तक इंटर की प्रैक्टिकल परीक्षा ही किसी तरह करवाई जा रही है। इंटर में एक स्कूल के साथ अन्य दो-तीन स्कूल की भी टैगिंग की गई है जबकि शिक्षक 10 फीसदी भी स्कूल में नहीं बचे हैं।
शहरी क्षेत्र के अधिकतर स्कूलों में जहां 10-28 तक शिक्षक तैयार हैं, वहां अभी दो से तीन शिक्षक ही मौजूद रह रहे हैं। बाकी जाति गणना के कार्य में लगाए गए हैं।
इंटर प्रैक्टिकल का अंक 23-24 तक और मैट्रिक का 25 जनवरी तक जमा करना है। शहरी क्षेत्र के स्कूल प्राचार्यों ने कहा कि शुक्रवार से प्रैक्टिकल की शुरुआत होगी।डीएन स्कूल से मिलेगा आज से इंटर परीक्षा का सामान एक फरवरी से होने वाली इंटर परीक्षा को लेकर केन्द्र पर परीक्षा के दौरान उपयोग में आने वाली सामग्री का वितरण शुक्रवार से किया जाएगा। डीएन हाईस्कूल से इसका वितरण होगा।
शुल्क बकाया रखने वाले एक दर्जन से अधिक स्कूलों के विद्यार्थियों का भी एडमिट कार्ड जारी किया गया है। मैट्रिक इंटर परीक्षा को लेकर बिहार बोर्ड ने छात्र हित में यह निर्णय लिया है। साथ ही स्कूलों के समक्ष शर्त भी रखी है। बोर्ड ने ऐसे सभी स्कूल-कॉलेजों के प्राचार्यों से कहा है कि 25 जनवरी तक शुल्क जमा करने का अंतिम मौका दिया जा रहा है। अगर इस तिथि तक शुल्क जमा नहीं होता है तो विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होंगे, लेकिन उनका रिजल्ट नहीं निकाला जाएगा। इनका एडमिट कार्ड बाद में जारी किया गया है। इंटर परीक्षार्थियों का एडमिट कार्ड 31 जनवरी और मैट्रिक वालों का 13 फरवरी तक बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड रहेगा।
