मुजफ्फरपुर: 10वीं और 12वीं बोर्ड के पिछले 21 साल के प्रमाणपत्रों का अब ऑनलाइन ही सत्यापन किया जा सकेगा। सीबीएसई ने 2001 से 2022 तक के 10वीं और 12वीं बोर्ड सर्टिफिकेट को ऑनलाइन अपलोड कर दिया है। बोर्ड ने सभी उच्च शिक्षण संस्थान और कंपनी को निर्देश दिया है कि सीबीएसई के कार्यालय में सत्यापन को अब आवेदन नहीं भेजेंगे।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर क्यूआर कोड से अभ्यर्थियों के आवेदन का सत्यापन कर सकेंगे। उच्च शिक्षण संस्थान छात्रों के शैक्षणिक दस्तावेज का सत्यापन एनएडी के डिजिलॉकर प्लेटफॉर्म पर जाकर कर सकते हैं। सीबीएसई ने शैक्षणिक दस्तावेज को एनएडी के डिजिलॉकर प्लेटफॉर्म के साथ एकीकृत किया है। इसपर 21 साल (2001 से 2022) तक के दसवीं व बारहवीं कक्षा के रिजल्ट उपलब्ध कराए गए हैं।
बोर्ड ने निर्देश दिया है कि सभी दस्तावेज डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित हैं। इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल के अध्यक्ष सुमन कुमार व केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि सीबीएसई के पास नौकरी और उच्च शिक्षा के लिए दस्तावेज के सत्यापन के अनुरोध किए जा रहे हैं। सीबीएसई ने निर्देश दिया है कि दस्तावेज डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित हैं।
प्रमाणीकरण के लिए इसपर पीकेआई आधारित क्यूआर कोड है। इन शैक्षणिक दस्तावेज को विशेष रूप से डिजाइन किए गए मोबाइल एप की मदद से सत्यापित किया जा सकता है। हर साल बोर्ड की परीक्षाओं में लाखों छात्र शामिल होते हैं। सीबीएसई के 16 क्षेत्रीय कार्यालय हैं और छात्रों के रिकॉर्ड इसमें बनाए जाते हैं। कई संस्थान और संगठन सीबीएसई से उनके परिणाम को सत्यापित करने का अनुरोध कर रहे हैं। इस कारण दस्तावेज के सत्यापन के कार्य में देरी हो रही है। इस देरी से बचने और पारदर्शिता को लेकर 21 साल का रिजल्ट अपलोड किया गया है।



