पटना: सूबे के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को नैक मान्यता के लिए बड़ी राहत मिली है। 119 कॉलेजों और 8 विश्वविद्यालयों की नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) मान्यता की अवधि 28 फरवरी तक बढ़ा दी गयी है। इनमें 38 वे कॉलेज भी शामिल हैं, जिनकी नैक मान्यता इस समय बहाल है। अन्य कॉलेज विभिन्न अवधि में अपनी नैक मान्यता गंवा चुके हैं। हालांकि इन्हें 28 फरवरी तक की मोहलत देते हुए इस अवधि में आवेदन करने को कहा गया है। इन निर्णय के बाद इन कॉलेज और विश्वविद्यालयों की मान्यता खत्म होने का खतरा टल गया है।

हालांकि मान्यता बनाए रखने के लिए इन्हें 28 फरवरी तक इंस्टीट्यूशनल इंफार्मेशन फॉर क्वालिटी एसेसमेंट (आईआईक्यूए) और सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) अपलोड करना होगा। इसी आधार पर उन्हें आगे राहत मिलेगी। पिछले दिनों नैक ने कोरोना काल में मान्यता गंवा चुके कॉलेजों को नैक मूल्यांकन के लिए आईआईक्यूए अपलोड करने के लिए अवसर दिया था।
इन कॉलेजों को कहा गया था कि यदि वे 31 दिसंबर, 2022 तक नैक मूल्यांकन के लिए आईआईक्यूए व सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) अपलोड करते हैं तो उनकी मान्यता जो कोरोना काल में समाप्त हो गई थी, वह समाप्ति के दिन से ही मान्य होगी। ऐसे में कोरोना काल की अवधि में मान्यता खोने से उन्हें राहत मिल जाएगी। अब नैक मान्यता के लिए 28 फरवरी की समय सीमा तय की गयी है।

जिन विवि की मान्यता विस्तारित हुई है, उनमें बीआरए विवि मुजफ्फरपुर, दरभंगा संस्कृत विवि, मगध विवि, तिलका मांझी विवि भागलपुर, पटना विवि और ललित नारायण मिथिला विवि शामिल हैं। हालांकि इनमें कई की मान्यता पहले से बहाल थी, लेकिन उन्हें भी 28 फरवरी तक का विस्तार दिया गया है। इन कॉलेजों को नैक मान्यता से संबंधित जानकारी देने के लिए कार्यशाला का आयोजन 24, 25, 26 व 27 दिसंबर 2022 को किया गया था।

इस समय केवल 38 कॉलेज मान्यता प्राप्त
नैक के अनुसार मार्च 2020 में बिहार में 134 कॉलेज मान्यता प्राप्त थे, जबकि इस समय दिसंबर, 2022 के अनुसार मात्र 38 कॉलेज ही मान्यता प्राप्त के रूप में रह गए हैं। ढाई साल पहले के 134 मान्यता प्राप्त कॉलेज में से 108 सरकारी और 25 सम्बद्ध कॉलेज हैं। केवल एक कॉलेज स्वायत्त की श्रेणी में हैं। अब मान्यता प्राप्त कॉलेज में 27 सरकारी, जबकि 07 सम्बद्ध कॉलेज और 2 स्वायत्त कॉलेज ही हैं। ऐसे में 98 कॉलेज अभी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज की सूची से बाहर ही रह गए हैं। वैसे संस्थान के लिए ये सुनहरा अवसर प्रदान किया गया है।


