मुजफ्फरपुर। कांटी थाना क्षेत्र की शाहपुर पंचायत के सहवाजपुर गांव में द’र्दनाक हा’दसा हो गया। एक दूसरे को बचाने के च’क्कर में एक ग’र्भवती महिला अपने तीन बच्चों सहित पानी से भरे गड्ढे में डू’ब गई। ग’ड्ढे के कि’नारे महिला और बच्चों की च’प्पलें पड़ी हुई मिलीं।
महिला की पहचान सहबाजपुर गांव के भीम रजक की पत्नी रीमा देवी (36) के रूप में हुई। हादसे में उसकी बेटी ऋचा (छह साल), राधिका (चार साल) और कृता (ढाई साल) की भी जा’न चली गई। पुलिस ने चा’रों मृ’तकों का श’व गड्ढे से निकाला है।
बताया रहा है कि गुरुवार की शाम तीन बच्चियों के साथ रीमा देवी घास का’टने के लिए घर से निकली थी पर देर रात तक वापस नहीं लौटी। गढ्ढे के किनारे चप्पलों और टोकरी को देखकर आसपास के लोगों को आशंका हुई। इस आशंका के आधार पर पोखर में चारों के श’वों की खोज शुरू की। ग्रामीणों ने देर रात कृता और शुक्रवार की सुबह रीमा देवी के श’व को ढूढ़ निकाला।
सूचना पर शुक्रवार की सुबह एसडीआरएफ की टीम वहां पहुंची। एसडीआरएफ की टीम ने ऋचा और राधिका के श’वों को खोज निकाला। सूचना पर पहुंची कांटी थाना पुलिस ने चारों के श’वों को पोस्टमार्टम के लिए श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल भेजा है।
कांटी थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि तीन बेटियों समेत एक महिला के पानी भरे ग’ड्ढे में डूबने की सूचना मिली थी। सभी के श’व मिल गए हैं। ग्रामीण एक-दूसरे को बचाने में गड्ढे में डू’बने की बात बता रहे हैं। वैसे घ’टना की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही डू’बने के कारणों का पता चलेगा।
ग्रामीणों ने बताया कि रीमा देवी शाहपुर पंचायत के सरपंच रामप्रसाद रजक के भाई भीम रजक की पत्नी थी। तीनों बच्चियां उसी की बेटियां थीं। भीम मजदूरी करता है। हाल ही में उसका पै’र टूट गया था, इसलिए वह बि’स्तर पर है। उसकी पत्नी पशुओं के चारा के लिए खेत में घास का’टने गई थी। मिट्टी का’टने से बने गड्ढे की पानी में बच्चियां न’हाने चले गईं। गढ्ढे में लगभग 15 फीट पानी था। गहरे पानी में जाने से तीनों डू’बने लगीं। बच्चियों को बचाने उतरी मां भी डू’ब गई। ग्रामीणों ने पारिवारिक क’लह से इनकार किया है।

