बिछड़े बच्चों को GRP ने माता-पिता से मिलाया, परिजनों की आंखों से छलके खुशी के आंसू

मोतिहारी: बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर मोतिहारी जीआरपी ने दो बच्चों को पोरबंदर ट्रेन से बरामद किया है. उसके बाद दोनों को उसके मां और पिता को सौंप दिया है. जहां बच्चों से मिलकर मां के आंख से आंसू छलकने लगे और पिता ने बच्चों को देखकर मोतिहारी रेलवे जीआरपी को धन्यवाद कहा है. बताया जाता है कि जीआरपी को दो बच्चों के खोने की सूचना कंट्रोल रुम से मिली थी. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए जीआरपी ने बच्चे को ढूंढ निकाला है.

Thumbnail imageदो बच्चों की बरामदगी

मोतिहारी बापू धाम रेलवे स्टेशन पर दो बच्चों की तलाशी की खबर मिलने के बाद जीआरपी थानाध्यक्ष हरकत में आए और अपनी टीम के साथ खुद भी खोजबीन में लग गए. पोरबंदर ट्रेन में जांच पड़ताल के दौरान जीआरपी को दोनों बच्चे टीटीई के पास सुरक्षित मिल गए. उसके बाद जीआरपी ने कंट्रोल रुम को जानकारी दिया. तभी बच्चे के माता पिता वहां पहुंचे और अपने बच्चों को देखा. जिसके बाद मां के आंख से आंसू बहने लगे. उसके बाद मां ने दोनों बच्चों को गले से लगा लिया. वहीं पिता ने जीआरपी का आभार व्यक्त किया.

टीटीई के सकुशल बच्चे

जीआरपी थानाध्यक्ष अमोद कुमार सिंह ने बताया कि स्टेशन पर आने वाली पोरबंदर ट्रेन की तलाशी लेने के बाद दोनों बच्चों को ट्रेन की टीटीई के पास सकुशल बरामद किया है. उसके बाद जीआरपी ने सीधे कंट्रोल रूम को सूचना दी. तब जाकर माता पिता वहां पहुंचे और अपने बच्चों को देखकर खुश हो गए. वहीं पिता रंजीत कुमार ने बताया कि वह बेतिया में एमआर का काम करता है. पटना में अपने साले के गृह प्रवेश में आया हुआ था.

जीआरपी को धन्यवाद

बेतिया वापसी के समय पटना से मुजफ्फरपुर तक सवारी गाड़ी से पहुंचा. वहां से बेतिया जाने के लिए पोरबंदर एक्सप्रेस पकड़ना था. जैसे ही हमलोग स्टेशन पर पहुंचे, तब गाड़ी खुलने लगी थी. इसी बीच मेरा बेटा अनिकेत कुमार और बेटी अंशिका दोनों भाई बहन एकसाथ दौड़कर ट्रेन में चढ़ गए. हम दोनों वहीं स्टेशन पर खड़े रह गए. उसके बाद बच्चों को खोजा तब हमलोग दोनों में किसी को नहीं देखे. उसके बाद गायब होने की सूचना कंट्रोल रुम को दी थी. जहां से मेरे बच्चे सुरक्षित मिल पाए.

 

 

 

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