बेगूसराय के मंझौल ओपी क्षेत्र के मंझौल बाजार में चो’रों ने रविवार की देर रात एक ज्वेलर्स दुकान में चो’री की घ’टना को अं’जाम दिया। चो’रों की आहट सुनकर जब आसपास के दुकानदार बाहर निकले तो चो’रों ने उन पर लोहे की छड़ से ह’मला कर दिया। हमले में तीन दुकानदारों के सिर फ’ट गए। ती’नों मूर्छित होकर गि’र पड़े। शो’रगुल की आवाज सुनकर जब अन्य दुकानदार बाहर आए, तो चोरों के बीच अ’फरा-त’फरी मच गई। सभी लोहे की छड़ को चलाते हुए भा’गने लगे। करीब आधे घंटे तक दुकानदारों ने चोरों के साथ मु’ठभेड़ किया।
वहीं, इस दौरान करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित सत्यारा चौक पर पुलिस की 112 गाड़ी लगी हुई थी। दुकानदारों जब पुलिसकर्मियों को बुलाने गए, तो 112 पर मौजूद सभी पुलिसकर्मी सोए हुए थे। दुकानदारों ने उ्हें जगाया को प्रशासन ने घटनास्थल पर जाने से इंकार कर दिया। यह सारी घटना लगभग एक से डेढ़ घंटे तक चलती रही, लेकिन प्रशासन को इसकी भनक भी नहीं लग सकी।
प्रत्यक्षदर्शी और पीड़ित दुकानदार गणेश चौधरी ने बताया कि रविवार की रात लगभग 1 बजकर 45 मिनट पर लगभग एक दर्जन की संख्या में चोर पूरी प्लानिंग के साथ मंझौल बाजार स्थित आलोक ज्वेलर्स दुकान में चोरी करने पहुंचे थे। सभी चोर अलग-अलग दिशा व अलग-अलग कार्य कर रहे थे। चार चोरों ने लोहे के छड़ और खंती से दुकान के शटर में लगे ताला को तोड़कर उसे ऊपर उठा दिया। इसके बाद वे अंदर घुसे और गल्ले में रखा 85 हजार रुपए नदक और लगभग 2 किलो चांदी का बर्तन उठा लिया।
दुकान में खटपट की आवाज सुनकर अगल-बगल के दुकानदारों की नींद खुली तो सभी बाहर आए। इतने में चोरों ने सभी पर हमला क दिया। घायल दुकानदार सोनू कुमार ने बताया कि चोर पूरी प्लानिंग के साथ आए थे। वह अपने साथ एक बोलेरो गाड़ी भी लेकर आए थे। एक मोटरसाइकिल भी उनके पास था। चोर दुकान के अंदर मौजूद तिजौरी को गाड़ी में लोड करने के फिराक में थे, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। भागने के क्रम में चोरों ने गोली भी चलाई, जिसमें से एक गोली सोनु कुमार के कमर को छूते हुए निकल गई।
पीड़ित दुकानदारों ने बताया कि रात में जब इस घटना को अंजाम दिया जा रहा था। इस क्रम में घटनास्थल से लगभग 50 मीटर की दूरी पर सत्यारा चौक पर पुलिस की 112 गाड़ी लगी हुई थी। दुकानदारों जब बुलाने गए, तो 112 पर मौजूद सभी पुलिसकर्मी सोए हुए थे। जगाने पर प्रशासन ने घटनास्थल पर आने से इंकार कर दिया। यह सारी घटना लगभग एक से डेढ़ घंटे तक चलती रही, लेकिन प्रशासन को इसकी भनक भी नहीं लग सकी। पुलिस को बुलाने पर पुलिस घटनास्थल पर नहीं आई।
जिसके कारण दुकान को चोरी होने से बचाने के क्रम में बजरंग चौधरी पिता गौरी शंकर चौधरी, प्रेम चौधरी उर्फ भोलू पिता गणेश चौधरी तथा रमन चौधरी पिता शिवशंकर चौधरी के सर पर लोहे के छड़ से वार किया गया। जिससे उनका सर फट गया। वही इस बीचबचाव में सोनू कुमार पिता गणेश चौधरी को लोहे की छड़ से बाहर किया गया। जिससे उनका एक उंगली टूट गया। वही भागने के क्रम में चोरों ने जो गोली चलाई, वह गोली इसके कमर को छूते हुए निकल गए। घटनास्थल पर से प्रशासन को एक जिंदा कारतूस तथा एक खोखा मिला।
वहीं, घटना की सूचना मिलने के बाद मंझौल डीएसपी सत्येंद्र प्रसाद सिंह, सर्किल इंस्पेक्टर दीपक कुमार, ओपी अध्यक्ष अजीत कुमार और चेरियाबरियारपुर थाना अध्यक्ष अमर कुमार अपने दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पूरी घटना की संपूर्ण जांच के लिए डॉग स्क्वायड की टीम को भी बुलाया गया है। खबर प्रेषण तक डॉग स्क्वायड की टीम घटनास्थल पर जांच कर रही थी।
