मुजफ्फरपुर : एनएच-28 फोरलेन पर ओवर स्पीड पर लगाम लगाने को लगाए गए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे की निगरानी में चौंकाने वाला खु’लासा हुआ है। हर दिन औसतन आठ से 10 गाड़ियां फर्जी नंबर वाली पकड़ में आ रही हैं। इनमें ज्यादातर बा’लू लदे ट्र’क हैं। ऑटो, ट्रैक्टर, पिकअप का नंबर लगाकर ट्रकों को पास कराया जा रहा है। ट्रैफिक थाने से इस संबंध में वरीय अधिकारियों को अ’वगत कराया गया है।
नि’गरानी के दौरान हा’इवे पर हर दिन औसतन 200 गाड़ियां ओवर स्पी’ड में प’कड़ी जा रही हैं। एनएचएआई की ए’जेंसी ओ’वर स्पीडिंग वाली गाड़ियों पर जु’र्माना लगाने के लिए ट्रैफिक थाने को तस्वीर के साथ ब्योरा भेज रही है।
ट्रैफिक थाने से गाड़ी नंबर के आधार पर मालिक को चिह्नित कर मोबाइल या ई-मेल पर ऑनलाइन चालान की प्रति भेजी जा रही है। इस तरह परिवहन विभाग से गाड़ियों के नंबर का मिलान करने पर फ’र्जी नंबर वाले वाहनों के परिचालन का भेद खुल रहा है।
ट्रैफिक थानेदार धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि शुरुआत में नंबर के आधार पर वाहन मालिकों को ऑनलाइन जुर्माना का मैसेज भेजा जा रहा था। इस पर कई गाड़ी ऑनर ने आपत्ति दर्ज कराई है कि उनकी गाड़ी तो चार चक्के की है, ट्रक परिचालन का चालान कैसे भेजा गया। आपत्ति आने के बाद अब वाहन नंबरों का गाड़ी से मिलान किया जा रहा है। फर्जी नंबर चिह्नित हो जाने पर वाहन मालिकों को ऑनलाइन चालान नहीं भेजे जा रहा है।
बताया कि ओवर स्पीड के कारण कैमरे की रीडिंग में त्रुटि से भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। बताया कि हर दिन औसतन साढ़े तीन लाख रुपये जुर्माने का ऑनलाइन चालान वाहन मालिकों को भेजा जा रहा है।


