पटना. ‘जदयू को बचाना है’… ये कह कर उपेंन्द्र कुशवाहा ने JDU की राजनीति गर्मा रखी है. उनके निशाने पर नीतीश कुमार नहीं; बल्कि नीतीश कुमार के साथ साथ रहने वाले कुछ नेता हैं. कुशवाहा उन्हें टारगेट करते हुए लगातार ये सवाल उठा रहे हैं. अब उनकी इस मुहिम में JDU के एक MLC रामेश्वर महतो भी खुल कर साथ आ गए हैं. इसी के साथ ही उपेन्द्र कुशवाहा ने यह भी ऐलान कर दिया है कि उन्हें किसी भी सूरत में तेजस्वी यादव का नेतृत्व स्वीकार नहीं होगा.

रामेश्वर महतो ने उपेन्द्र कुशवाहा से बंद कमरे में न सिर्फ मुलाकात की बल्कि मीटिंग के बाद ये भी कहा कि नीतीश जी और उपेन्द्र कुशवाहा दोनों समझदार नेता हैं, और दोनों आपस में मिलकर सारी बातों को सुलझा लेंगे. वहीं, उपेन्द्र कुशवाहा ने एक बार फिर जेडीयू की मजबूती की बात की. उन्होंने इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार से मांग करते हुए कहा कि पार्टी की मजबूती को लेकर हमें अगर सीएम रात में 12 बजे भी बुलायेंगे तो हम आयेंगे. मैं तो इंतज़ार कर रहा हूं कि कब मुझे बुलाया जाता है.
वहीं उपेन्द्र कुशवाहा ने एक बार फिर नीतीश कुमार के इर्द गिर्द रहने वाले नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग नीतीश कुमार को गलत-गलत राय देते हैं, जिसकी वजह से नीतीश कुमार अपने मन की नहीं कर पा रहे हैं. इसकी वजह से पार्टी को काफी नुकसान पहुंच रहा है.
उपेन्द्र कुशवाहा के निशाने पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी आ गए हैं. उन्होंने खुलकर कहा कि तेजस्वी यादव का नेतृत्व किसी भी हाल में स्वीकार नहीं होगा. लालू जी के खौफनाक दौर से बिहार को बाहर निकालने और उन्हें सत्ता से हटाने के लिये अगड़ी जातियों और अतिपिछड़ों ने काफी संघर्ष किया और अपना बलिदान दिया है. जेडीयू अगले 2025 का नेतृत्व कोई अति पिछड़ा और लव कुश समीकरण को देने का काम करे, मुझे कुर्सी का कोई लोभ नहीं है.
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि अगर पार्टी नहीं संभलती है तो पार्टी का डूबना तय है. हम केवल प्राथमिक सदस्य बनकर भी पार्टी में रह सकते हैं, लेकिन तेजस्वी यादव का नेतृत्व किसी भी हाल में स्वीकार नहीं होगा.


