पटना:लालू परिवार पर ED रेड मामले में CM नीतीश ने दी प्रतिक्रिया

पटना:’नौकरी के बदले जमीन मामले’ में ईडी ने राजद सुप्रीमो लालू यादव के साथ ही उनके करीबियों के 15 से अधिक ठिकानों पर रेड पड़ी. पिछले कुछ दिनों से ईडी की रडार पर राबड़ी आवास के साथ ही राजद के कई बड़े नेता हैं. वहीं शुक्रवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दिल्ली आवास पर ईडी की छापेमारी की गई. यह छापेमारी करीब 15 घंटे तक चली. शुक्रवार रात के करीब 12.15  ईडी की टीम तेजस्वी के दिल्ली आवास से कुछ दस्तावेज लेकर निकल गई. इसी के साथ ईडी के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में समाजवादी पार्टी के नेता जितेंद्र यादव के आवास पर भी छापेमारी की. बता दें कि जितेंद्र यादव लालू प्रसाद यादव की बेटी रागिनी के पति हैं.

Nitish kumar instructions to officials after attack on people of Bihar in  Tamil Nadu तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हमले, CM नीतीश ने अधिकारियों को  दिए निर्देश - India TV Hindiवहीं ईडी के बाद सीबीआई ने तेजस्वी को समन भेजा है. इससे पहले भी पहला समन 4 फरवरी को जारी किया गया था, लेकिन पत्नी के प्रेग्नेंसी का हवाला देते हुए तेजस्वी ने सीबीआई के सामने पेशी को लेकर मना कर दिया है. वहीं, ईडी की छापेमारी पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री एक राजकीय समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. जब उनसे लालू परिवार पर हो रही सीबीआई और ईडी की रेड पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जब भी मैं महागठबंधन के साथ होता हूं तो सीबीआई की रेड पड़ती है. यह सिलसिला पिछले 5 सालों से चल रहा है. 2017 में भी कार्रवाई हुई थी. अब हम फिर से एक साथ हो चुके हैं. फिर से कार्रवाई 5 साल बाद शुरू हुई है, जो मामले की जानकारी मांगी जा रही है यह लोग जवाब दे रहे हैं.

क्या है पूरा मामला

बता दें कि यह पूरा मामला 2004-2009 के रेलवे भर्ती घोटाले से जुड़ा है. उस दौरान लालू यादव रेल मंत्री थे, तब नौकरी के बदले जमीन ली जा रही थी. नौकरी के बदले पैसे लेने में रिस्क को देखते हुए पैसे की जगह जमीन ली जाती थी. इस पूरे जमीन वसूली के काम की जिम्मेदारी लालू यादव ने उस समय के OSD भोला यादव को दी थी. चार्जशीट में CBI ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी समेत 14 अन्य को आरोपी बनाया है. इस मामले में सीबीआई ने 23 सितंबर, 2021 को नौकरी के बदले जमीन मामले का खुलासा किया था. 18 मई, 2022 को भ्रष्टाचार निरोधक कानून और आईपीसी की धारा 120बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.

 

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