बिहार की धरती वीरता से लेकर एतिहासिक स्थलों, राजनेताओं, स्वतंत्रता सेनानियों के लिए जानी जाती है. यहां गोल घर, शेरशाह सूरी का मकबरा, नालंदा, विश्व शांति स्तूप, महाबोधि टेंपल और अशोक स्तंभ जैसे कई प्राचीन व ऐतिहास स्थल हैं लेकिन बिहार में कई जगह ऐसी भी हैं जो भूतिया घटनाओं के लिए भी जाने जाते हैं. ऐसे में अगर आप बिहार जा रहे हैं तो कुछ जगहों पर जानें से बचे और यदि जाएं तो अपने रिस्क पर. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि बिहार में ऐसे कौन-कौन से स्थान हैं जो भूतिया घटनाओं के लिए चर्चा में कई बार रह चुके हैं.
बिहार की भूतिया स्थानों में से एक राजधानी पटना और औरंगाबाद को जोड़ने वाली सड़क को जाना जाता है. इस सड़क पर अक्सर हादसे होते रहते हैं. इस सड़क को हॉन्टेड प्लेस के नाम से भी जाना जाता है. स्थानीय लोगों का दावा है कि यहां देर रात तक आत्माएं भटकती हैं और सफेद साये भी दिखाई पड़ते हैं.
राजधानी पटना में ही एक बहुत ही पुराना भूत बंगला है जहां पर भूतिया घटनाएं कई बार हो चुकी हैं. इसी कारण इस बंगले का नाम भूत बंगला है. कहा जाता है कि इस बंगले में प्रेत आत्माएं निवास करती हैं और स्थानीय लोग ये दावा करते हैं कि कई बार भूतों को देखा गया है. भूत बंगला पटना के लोहिया नगर में है.
सीवान जिले में एक कब्रिस्तान है. ये कब्रिस्तान बड़हरिया रोड पर स्थित है. इस कब्रिस्तान को भी हॉन्टेड प्लेस में से एक माना जाता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि रात में अक्सर कब्रिस्तान से लोगों को भूतों की आवाजें सुनाई देती हैं और लोग यहां आने-जाने से डरते हैं. खासकर लोग रात में तो बिल्कुल भी कब्रिस्तान के पास से नहीं निकलतें.
वैसे तो बिहार का मधुबनी जिला पेंटिंग के लिए प्रसिद्ध है लेकिन यहां के बसैठ गांव में एक तालाब है जो भूतिया पैलेस के रूप में जाना जाता है. कहा जाता है कि एक बार तालाब में लोगों से भरी एक नाव डूब गई थी. नाव में 50 लोग सवार थे और सभी नाव सवार लोगों की नाव डूबने से मौत हो गई थी. इस घटना के बाद कभी भी तालाब में नाव नहीं चलाई गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि नाव हादसे में मरे सभी लोग प्रेत बन चुके हैं और कई बार प्रेतों के साये लोगों के दिखाए पड़े हैं. लोग तालाब के पास जाने से डरते हैं.

पटना में स्थित जालान संग्रहालय भी बिहार के भूतिया स्थानों में से एक माना जाता है. इसका दूसरा नाम किले घर भी है. लोगों का दावा है कि जालान संग्रहालय में केयरटेकर की आत्मा भटकती रहती है और वह यहां की रक्षा करती है. स्थानीय लोगों का दावा है कि कई बार केयर टेकर की आत्मा को देखा गया है.