गया: रमजान का महीना चल रहा है. इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग इस महीने में रोजा रख कर अल्लाह की इबादत करते है. रोजा की खातिर बिहार के गया शहर की दुकानों पर खजूर की अलग-अलग वैरायटी उपलब्ध है. क्योंकि, रोजेदार इससे ही रोजा खोलते हैं. रमजान के माह में सुबह सूरज निकलने से पहले रोजेदार सहरी करते हैं. फिर सूरज ढलने के बाद रोजा खोला जाता है. इसको इफ्तार कहते हैं. मगरिब की अजान के बाद नमाज के बाद रोजेदार रोजा खोलता है. रोजा खोलने के लिए खजूर का सेवन ज्यादा किया जाता है.
खजूर खाने के साइंटिफिक कारण
साइंटिफिक कारणों की तरफ देखें तो रोजे में खजूर खाना काफी लाभदायक माना जा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि रोजेदार दिन के वक्त भूखा रह कर शाम को खाना खाते हैं. ऐसे में उन्हें एसिडिटी की समस्या हो सकती है. भूखे पेट भोजन लेने से डाइजेशन में आसानी रहती है. वो बाकी चीजों को आसानी से पचा पाता है.
