निःशुल्क टीबी का इलाज़ के साथ सरकार द्वारा दी जा रही मरीजों को सहायता राशि

मुजफ्फरपुर: जिले के टीबी मरीजों के पोषण सम्बंधित मदद के लिए मोतिहारी के आरबीएसके के जिला समन्वयक डॉ मनीष कुमार आगे आए हैं। उन्होंने बताया कि आरबीएसके के जिला नोडल सह जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रंजीत राय से जानकारी मिली कि सरकार द्वारा प्रधानमंत्री निक्षय मित्र योजना चलाई जा रही है. जिसके तहत कोई भी सरकारी अधिकारी, चिकित्सक, समाजसेवी टीबी मरीजों को गोद लेकर उसे अच्छे पोषण प्राप्त करने में सहयोग कर सकता है। उनकी बातों से प्रेरित होकर डॉ. मनीष भी निक्षय मित्र बनने के लिए आगे आये हैं.

परिवार ने बढ़ाया मनोबल 

डॉ. मनीष कहते हैं कि उन्होंने परिवार के सदस्यों से इसके बाबत बात की. सभी ने कहा कि यह पुण्य का कार्य है. इससे उनका निक्षय मित्र बनने का इरादा और मजबूत हुआ औऱ उन्होंने जिले के टीबी मरीजों को हरसंभव मदद करने की पहल की है। उन्होंने बताया कि टीबी के मरीजों में गरीबी ज्यादातर देखी जाती है। टीबी के मरीज आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण अपने पौष्टिक आहार से संबंधित जरूरतें पूरी नहीं कर पाते हैं औऱ वे दवाओं के सेवन के बाद भी पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो पाते. इसलिए उन्होंने निजी तौर पर अपने स्वर्गीय पिता बजरंगी नारायण ठाकुर के नाम पर 11 टीबी मरीजों को गोद लिया. वहीं उनके 3 वर्षीय पुत्र मृत्युंजय भारद्वाज ने भी निक्षय मित्र बनकर 2 टीबी मरीज को गोद लिया है। डॉ मनीष कुमार इंडियन आयुष मेडिकल एशोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव है. इस नाते उनके अपील करने पर जिला संगठन द्वारा भी 37 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है।

200 से ज्यादा निक्षय मित्र बनाने का रखा है लक्ष्य

डॉ मनीष कुमार ने कहा कि उनके द्वारा 49 टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार संबंधी सहयोग उपलब्ध कराया गया है।आगे उनका लक्ष्य 200 से ज्यादा यक्ष्मा मरीजों को सहयोग करने का है.उन्होंने जिले के समाजसेवीयों से भी निक्षय मित्र बनने की अपील की है.

टीबी मरीज को गोद लेकर उनका बढ़ाए मनोबल

जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रंजीत राय ने बताया कि कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है.इसके कारण व्यक्ति की इम्यून सिस्टम काफी कमजोर हो जाती है। इससे सुरक्षित रहने के लिए दवा सेवन के साथ ही संतुलित आहार का सेवन जरूरी होता है। डॉ राय ने बताया कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत समाज को टीबी जैसी जानलेवा बीमारी से मुक्त कराने में निक्षय मित्र बनने के लिए आगे आने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि जिले में निबंधित 4 हज़ार 700 से अधिक मरीज हैं। इनका इलाज सरकारी स्तर पर निःशुल्क किया जा रहा है। उन्हें सरकार द्वारा 500 रुपये की सहायता भी दी जाती है। परन्तु टीबी के मरीजों को बेहतर पोषण की आवश्यकता होती है। इसलिए टीबी मरीज को गोद लेकर उनका मनोबल बढ़ाना चाहिए ताकि वह संतुलित आहार ग्रहण कर स्वस्थ रहें ।

 

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