रक्सौल: पूर्वी चंपारण के रक्सौल थाना क्षेत्र के नोनियाडीह पंचायत के महदेवा गांव में भीषण डकैती के तीसरे दिन तालाब से बम मिलने की सूचना से हड़कंप मच गया। बम तब मिला, जब मछली मारने के लिए मछुआरों ने जाल फेंका था। इस दौरान तालाब के अंदर उत्तरी भाग में मछुआरों के पैर और जाल में एक झोला फंस गया।
मझुआरों ने झोला निकालकर देखा तो दंग रह गए। झोले के अंदर काले रंग के डब्बे में करीब आठ से दस पीस बम रखे थे।बम को झोले में रख तालाब में फेंका गया था या उसे अपराधियों ने छुपाया था, यह जांच का विषय है। मछुआरों ने आनन-फानन में इसकी सूचना तालाब मालिक को दी।
बम निरोधक दस्ता को दी गई सूचना
सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ लग गई। लोगों ने रक्सौल पुलिस को भी सूचना दी। सूचना मिलते ही डीएसपी धीरेन्द्र कुमार, इंस्पेक्टर नीरज कुमार ने सदल घटनास्थल पर पहुंच स्थिति की जानकारी ली। डीएसपी श्री कुमार ने बताया कि बम निरोधक दस्ता को सूचना दी गई है। जांच के उपरांत पता चलेगा कि बम कितना शक्तिशाली हैं।
रविवार की रात हुई भीषण डकैती
बता दें कि तालाब से करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर ही डकैतों ने तीन दिन पहले आधी रात व्यवसायी के घर में घुसकर लाखों की संपत्ति लूट ली थी। तालाब के पास भारी मात्रा में नेपाली शराब और मिनरल वॉटर की खाली बोतलें भी पड़ी है। पुलिस को आशंका है कि अपराधियों द्वारा घटना को अंजाम देने से पूर्व उक्त स्थल पर शराब का सेवन और भोजन-पानी किया गया होगा।

परिवार को बंधक बनाकर 50 लाख का डाका
बीते हफ्ते रविवार को हथियार से लैस डकैतों के गिरोह ने उक्त गांव के अरुण कुमार सिंह के घर धावा बोलकर करीब 50 लाख की लूट की बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। हथियार के बल पर डकैतों ने परिवार के लड्डू सिंह को सबसे पहले बंधक बना लिया। इसके उपरांत परिवार के अलग-अलग कमरों से लोगों को बंद कर करीब दो घंटे तक लूटपाट की। पीड़ित परिवार ने बताया कि सभी डकैत कच्छा-बनियान में थे और नेपाली भाषा में बात कर रहे थे।
अपराधियों के नेपाल से आने की आशंका
पुलिस और ग्रामीणों का मानना है कि अपराधी नेपाल से आये थे। घटना को अंजाम देकर उक्त रास्ते ही नेपाल में प्रवेश कर गए। घटनास्थल से करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर ही पूरब और पश्चिम दिशा में दो-दो एसएसबी कैम्प हैं। उत्तर में पर्सा जिला और नेपाल के बलरामपुर में पुलिस चौकी है। इसके बाद इलाके में डकैती की इतनी बड़ी वारदात चर्चा का विषय बना हुआ है।