पितृपक्ष मेला को लेकर मोक्ष नगरी गया में तैयारी शुरू, 16 दिन होगा आयोजन, जानें क्या है इस बार खास

गया : गया मोक्ष की धरती है और धार्मिक दृष्टिकोण से यह एक महत्वपूर्ण स्थान है. जहां प्रतिवर्ष विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला का आयोजन किया जाता है. पितृपक्ष के महीने में अपने पूर्वजों का पिंडदान करने देश-विदेश से श्रद्धालु गया पहुंचते हैं. बिहार राज्य मेला प्राधिकार द्वारा पितृपक्ष मेला को 2014 में राजकीय मेला घोषित किया गया है. इस वर्ष पितृपक्ष मेला का आयोजन 28 सितंबर से 14 अक्टूबर तक प्रस्तावित है. यहां 8 सरोवर एवं 52 पिंड वेदियां हैं, जहां तर्पण कार्यक्रम होता है. पितृपक्ष मेला को लेकर गया जिला प्रशासन तैयारी में जुट गई है.

pitru paksha starting date 2022 shradh vidhi live gyaji bhadrapada purnima  pinddaan tithi time rdy | Pitru Paksha 2022 Live Updates: गयाजी प्रेतशिला  पर तर्पण करने पहुंचे हजारों पिंडदानी, जानें ...जिला प्रशासन एवं विष्णुपद के पुरोहितों के साथ बैठक
जिला प्रशासन एवं विष्णुपद के पुरोहितों के साथ बैठक की गई. इस वर्ष होने वाले पितृपक्ष मेला को लेकर चर्चा की गई. पितृपक्ष मेला को लेकर 17 कार्य समिति गठित किए गए हैं. कार्यसमिति में आवासन, साफ सफाई, जलापूर्ति एवं स्वच्छता, सड़क एवं नाली की मरम्मती, स्वास्थ्य व्यवस्था, विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था, परिवहन एवं यातायात व्यवस्था, विधि व्यवस्था, कॉल सेंटर, खाद्य सामग्री आपूर्ति, स्मारिका या मेला संबंधी व्यवस्था का प्रचार प्रसार, सूचना केंद्र एवं नियंत्रण कक्ष, पहचान पत्र, वीवीआईपी पास, वाहन पास, संस्कृति कार्यक्रम, आमंत्रण कार्ड, आपदा प्रबंधन तथा एनजीओ के साथ समन्वय है.

डीएम ने तैयारी की दी पूरी जानकारी
डीएम डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने बताया कि पितृपक्ष मेला के दौरान इस बार फिर टेंट सिटी बनाया जाएगा. ताकि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए इधर-उधर नहीं भटकना होगा. आवास समिति की जिम्मेदारी होगा कि यात्रियों को इस वर्ष और अच्छा आवासन व्यवस्था उपलब्ध हो. जिला पदाधिकारी ने विष्णुपद क्षेत्र के सभी पुरोहितों से अपील किया है कि पितृपक्ष मेला के साथ-साथ अन्य दिनों में अब सालों भर गयाजी डैम में पानी रहेगा. पानी को स्वच्छ रखने के लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है.

घाट पर यत्र तत्र पूजन सामान प्रवाहित करने के लिए 4 पक्का स्ट्रक्चर बनाया गया है. यात्रियों तथा अन्य पंडित को पूजन सामग्री उसी में प्रवाहित करने हेतु जागरूक करें. साथ ही घाट पर टूटे हुए टाइल्स को मरम्मत कराने तथा घाट पर यत्र तत्र पानी ना बहे इसके लिए ड्रेनेज सिस्टम बनाया जा रहा है.

चांद चोरा के पास से ही नो व्हीकल जोन
उन्होंने कहा कि हर वर्ष पितृपक्ष मेला में वाहनों के पार्किंग स्थल पर विशेष ध्यान दिया जाता है. तीर्थयात्री को जाम का सामना ना करना पड़े इसके लिए इस बार फिर से विष्णुपद क्षेत्र में चांद चोरा के पास से ही नो व्हीकल जोन बनाया जाएगा. इसके लिए अभी से ही पूरी तैयारी करने तथा सभी पार्किंग स्थल का भौतिक सत्यापन और पार्किंग स्थल पर टॉयलेट एवं पानी का व्यवस्था सुनिश्चित करवाने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए गए हैं.

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