छपरा: भोजपुरी में जाति सूचक संवाद वाले गाने आजकल विवाद का कारण बन गए हैं. जातिवाद आधारित गीतों को लेकर यहां आए दिन मारपीट व हंगामा हो रहे हैं. अब तो इन गीतों की डिमांड ऐसी बढ़ गई है कि जिस भी क्षेत्र में बारात गई अगर उस जाति का गाना बजा नहीं कि बारात में बवाल निश्चित है. ऐसा ही एक मामला सारण जिले के अमनौर थाना अंतर्गत हरनारायण गांव से बीती रात सामने आया है. यहां जातीय टिप्पणी वाले गाने के बाद बवाल इतना बढ़ गया कि दूल्हे को अपनी कार के सीट के नीचे छुपकर अपनी जान बचानी पड़ी.
पीड़ित दूल्हे ने खुद बताया कि उसे चाकू मारने के लिए गांव के 30-40 लोग खोज रहे थे, लेकिन वह अपनी कार के सीट के नीचे घुस कर छुप गया था. उसके बाद गांव के उपद्रवी तत्वों ने बारात के सभी वाहनों के शीशे तोड़ डाले और उनके गहने भी लेकर फरार हो गए. इस दौरान कुछ बाराती भी जख्मी हुए हैं. हालांकि, गांव के बुद्धिजीवियों की पहल पर शादी संपन्न करवा दी.
बताया जा रहा है कि अमनौर के हरनारायण निवासी योगेंद्र महतो की पुत्री प्रियंका की शादी परसा के खजौली गांव निवासी नंदकिशोर महतो के पुत्र अमलेश कुमार से तय हुई थी. बीती रात बारात अमनौर पहुंची और हरनारायण गांव स्थित एच आर कॉलेज परिसर में रुकी. देर रात्रि बारात दरवाजे लगने के दौरान फरमाइशी गीत और जातिवाद आधारित गीत बजाने को लेकर विवाद के बाद गांव के एक लड़के को वधू पक्ष के लोगों ने दो-तीन थप्पड़ देकर भगा दिया.
इस घटना के बाद गांव के 30-40 लड़के एकत्र हो गए और अचानक बारात ठहरने वाले स्थल पर पहुंचकर सभी वाहनों के शीशे तोड़ने लगे और वहां मौजूद कुछ बारातियों की पिटाई भी की. हालांकि, बारात उस समय जनवासा में भोजन कर रहे थे. वहीं दूल्हे की कार को भी उन लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया. यह देखकर दूल्हा अपनी कार के सीट के नीचे दुबका रहा और तोड़फोड़ और कुछ बारातियों की पिटाई करने के बाद वे लोग भाग गए.
बताया जा रहा है कि सूचना के बाद वालों ने गांव वालों ने मामले को संभाला और शादी संपन्न कराई गई. उस दौरान दूल्हा अमलेश ने बताया कि वे लोग उसको चाकू घोंपने के लिए खोज रहे थे. जबकि वह सीट के नीचे छुपकर सुन रहा था. उस दौरान जाते जाते हुए लोग कार में रखे आभूषण भी लेकर चले गए. अमनौर थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस को मामले की सूचना मिली है और छानबीन की जा रही है.
