बेतिया : जिले में बीती 11 जुलाई से 31 जुलाई तक परिवार नियोजन जागरुकता अभियान चलाया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरुकता मेला, समेत डोर टू डोर जागरुकता अभियान चला। एएनएम, आशा एवं आशा फैसिलिटेटर ने डोर टू डोर पहुंच कर परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक किया। पुरुषों को भी नसबंदी कराने के लिए प्रेरित किया गया। स्वास्थ्य केंद्रों में शिविर लगाकर और स्थाई एवं अस्थाई परिवार नियोजन के उपाय बताए गए। बंध्याकरण और नसबंदी कैंप लगाया गया। योग्य दंपती की तलाश कर उन्हें जनसंख्या स्थिरता के लिए प्रोत्साहित किया गया।
575 महिलाओं का किया गया बंध्याकरण
सारथी रथ के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। इस दौरान तीन पुरुषों ने नसबंदी कराई, जबकि 575 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया। जिला स्वास्थ्य समिति के आशा समन्वयक राजेश कुमार ने बताया कि 168 महिलाएं कॉपर टी लगाने के लिए अस्पताल पहुंची और प्रसव के उपरांत 602 महिलाओं को कॉपर टी लगाया गया। 505 महिलाओं ने परिवार की खुशहाली के लिए अंतरा का इंजेक्शन लिया, जबकि 1225 महिलाओं ने गर्भनिरोधक गोली ली। 2914 महिलाओं को माला एन की गोली दी गई।
नसबंदी एवं बंध्याकरण पर दी जाती है प्रोत्साहन राशि
डीपीएम अमित अचल ने बताया कि सरकारी अस्पताल में निशुल्क सुरक्षित प्रसव कराया जाता है। नसबंदी एवं बंध्याकरण के लिए विभाग द्वारा लाभार्थी को प्रोत्साहन राशि दी जाती है। नसबंदी के लिए तीन हजार एवं बंध्याकरण के लिए 2000 रुपये की प्रोत्साहन राशि लाभार्थियों के खाते में भेजी जाती है।
अंतरा महिलाओं की पहली पसंद
जिला अनुश्रवण पदाधिकारी विनय कुमार सिंह ने बताया कि परिवार की खुशहाली के लिए अंतरा महिलाओं की पहली पसंद बन गई है। यह गर्भनिरोधक अस्थायी साधनों में एक है। इसका इंजेक्शन त्रैमासिक अंतराल पर लगाया जाता है। खुशहाल परिवार के साथ ही तमाम तरह की शारीरिक परेशानियों से निजात दिलाने में यह अस्थायी गर्भनिरोधक काफी कारगर है। अंतरा इंजेक्शन जहां दो बच्चों के बीच अंतर रखने में कारगर है, वहीं गर्भाशय, अंडाशय व स्तन को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से भी रक्षा करता है।