पटना : पूर्व सीएम राबड़ी देवी के मुंह बोले भाई और राजद एमएलसी सुनील सिंह फिर से चर्चा में हैं। इस बार उन्हें पटना जिला प्रशासन ने विरोधी दल यानी भाजपा का नेता बना दिया है, वह भी कागज पर। इस बात पर सियासत गरमा गई। बात इतनी बढ़ी गई कि एमएलसी सुनील सिंह काफी गुस्से में आ गए। सुनील सिंह ने कह दिया कि सीएम नीतीश कुमार अपने जिले के अधिकारी से जानबूझ कर ऐसा काम करवा रहे हैं। यह मामला तूल पकड़ने लगा तो पटना जिला प्रशासन द्वारा इसके जांच के आदेश दिए गए हैं।
पूर्व सीएम राबड़ी देवी के मुंह बोले भाई और राजद एमएलसी सुनील सिंह फिर से चर्चा में हैं। इस बार उन्हें पटना जिला प्रशासन ने विरोधी दल यानी भाजपा का नेता बना दिया है, वह भी कागज पर। इस बात पर सियासत गरमा गई। बात इतनी बढ़ी गई कि एमएलसी सुनील सिंह काफी गुस्से में आ गए। सुनील सिंह ने कह दिया कि सीएम नीतीश कुमार अपने जिले के अधिकारी से जानबूझ कर ऐसा काम करवा रहे हैं। यह मामला तूल पकड़ने लगा तो पटना जिला प्रशासन द्वारा इसके जांच के आदेश दिए गए हैं।
विरोधी दल का उप मुख्य सचेतक बता दिया गया
दरअसल, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी दल के वरीय पद मौजूद नेताओं को बिहार सरकार की ओर से गांधी मैदान में आयोजित समारोह के लिए आमत्रंण भेजा जाता है। पटना जिला प्रशासन की ओर से भेजे गए अतिविशिष्ठ आमंत्रण पत्र में एमएलसी सुनील कुमार सिंह को विरोधी दल का उप मुख्य सचेतक बताकर आमंत्रण पत्र भेज दिया है। यह कार्ड पटना के कमिश्नर कुमार रवि ने सुनील सिंह को भेजा है।
आगबबूला हो गए राजद एमएलसी सुनील सिंह
यह पत्र को पाते ही राजद एमएलसी सुनील सिंह आगबबूला हो गए। उन्होंने न सिर्फ कुमार रवि पर निशाना साधा। बल्कि सीएम नीतीश कुमार पर भी हमला बोला। सुनील सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा क पटना प्रमंडल के आयुक्त कुमार रवि जी, IAS जो राज्य के माननीय मुख्यमंत्री वाले नालंदा जिला के ही मूल निवासी हैं। उनको मैं तहेदिल से धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस समारोह के आमंत्रण कार्ड पर मुझे सरकार द्वारा निर्गत अधिसूचना के ठीक विपरीत उप मुख्य सचेतक, विरोधी दल का दर्जा दे दिया है। माननीय को तो न माननीय लिखना है और न तो समझना है! यह तो ऊपर से साहब जी का ही आदेश है मुझे ऐसी अनुभूति होती है, तो इसमें तो कोई खास ग्लानि वाली बात नहीं है! चूंकि महाविद्वान रवि साहब भली भांति जानते हैं कि बिहार के माननीय मुख्यमंत्री की भृकुटी कतिपय कारणों से मेरे ऊपर हमेशा तनी रहती है। अतः उन्होंने अपने आका को खुश करने के ख़्याल से मुझे उप मुख्य सचेतक, विरोधी दल का दर्जा दे दिया है।