सहरसा: जीविका दीदियों के लिए अच्छी खबर है. अभी तब बड़ा व्यवसाय करने के लिए जीविका दीदियों के ग्रुप को ही बैंकों से लोन दिलाया जाता था. लेकिन अब जीविका दीदी अकेले भी बड़ा व्यवसाय कर सकती है और इसके लिए जरूरी लोन भी उन्हें मिल सकता है, वह भी मामूली कागजातों के आधार पर. अब जीविका दीदियों की समूह को भी 10 लाख रुपए तक का लोन आसानी से मिल जाया करेगा. दीदियों को भी व्यक्तिगत लोन अधिकतम 10 लाख का मिल जाएगा. इससे दीदी खुद का बिजनेस स्थापित कर सकती हैं.
अभी तक समूह में मिलता था लोनबताया गया कि अभी तक जीविका दीदियों की समूह को बिजनेस स्थापित करने के लिए लोन मिलता था. अकेली जीविका दीदी को लोन नहीं मिलता था. समूह में 10 या उससे अधिक की संख्या में जीविका दीदियां होती हैं. इस कारण बिजनेस से होने वाली आय को सभी में बांटना पड़ता था. नई व्यवस्था से दीदी को होने वाली आमदनी राशि नहीं बंटेगी. आमदनी की पूरी राशि मिलने से आर्थिक स्थिति अभी के मुकाबले अधिक सबल होगी. वहीं कारोबार के दायरे को बढ़ाने का यह जरिया बनेगा.
9000 समूहों का होगा सेकंड और थर्ड क्रेडिट लिंकेज
जीविका के राज्य परियोजना प्रबंधक पुष्पेन्द्र सिंह तिवारी ने बताया कि जीविका दीदियों को अधिक से अधिक व्यक्तिगत लोन देने पर जोर दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि एसबीआई सहरसा जीविका दीदियों को लोन देकर बेरोजगारी दूर करने की दिशा में अच्छा काम कर रही है. इस साल सहरसा में 9000 स्वयं सहायता समूहों का सेकंड और थर्ड क्रेडिट लिंकेज होना है. इसमें सहरसा की जीविका दीदियों को बिजनेस का दायरा बढ़ाने के लिए 450 करोड़ रुपए मिलेगा. इसके अलावा अगर जीविका दीदी खुद का बिजनेस शुरू करने के लिए लोन लेना चाहेगी तो वह भी उन्हें मिलेगा. जीविका से जारी आईकार्ड और कुछ कागजातों के आधार पर ही उन्हें आसानी से लोन मिल जाएगा.