मुख्यमंत्री मंगलवार को गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस को मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समारोह में शामिल लोगों के साथ राज्य जनता को संबोधित किया। अपने भाषण में सीएम ने राज्य के विकास और आम आवाम की सुविधा के लिए बड़ी बड़ी घोषणाएं की। इस मौके पर नीतीश कुमार थोड़ी बहुत राजनीति करने से नहीं चुके और कहा कि हम काम करते है और वे मीडिया में छपते रहते हैं। यहां हम आपको दस सीएम की दस प्रमुख घोषणाओं के बारे में बता रहे हैं जिनका नीतीश कुमार ने खुले मंच से ऐलान किया।
स्वतंत्रता दिवस समारोह में गांधी झंडा फहराने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगले वर्ष तक सरकार 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य पूरा कर लेगी। इसके अलावा 10 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी अगले साल तक उपलब्ध हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि 3.62 लाख नए पद का सृजन किया गया है, इन पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। अभी तक 1.50 लाख नौकरी प्राप्त हो चुके हैं।
नियोजित शिक्षकों के लिए भी उन्होंने बड़ा वादा किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने के बाद नियोजित शिक्षकों के संबंध में निर्णय लिया जाएगा और उन्हें सरकार से जोड़ने पर अंतिम निर्णय होगा। अभी कई मुद्दों पर विचार-विमर्श चल रहा है। जल्द ही वे सरकार से जुड़ जाएंगे। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के मुद्दे पर उनके हित में फैसला लेंगे। सीएम ने कहा कि शिक्षक मन लगाकर बच्चों को पढ़ाएं। जो शिक्षक मन लगाकर बच्चों को पढ़ाएंगे उनके लिए भविष्य में भी बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे। गायब रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। उनके आगे की राह भी मुश्किल होगी। विद्यालय में शैक्षणिक माहौल बनाने और उनकी आधारभूत संरचना के लिए हर स्तर पर काम होगा।
मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि कम वर्षापात से जूझ रहे किसानों को आकस्मिक खेती के लिए निशुल्क बीज मिलेंगे। जिन जिलों में कम बारिश हुई है वहां डीजल अनुदान की राशि बटेगी। राज्य भर में किसानों को 16 घंटे बिजली की आपूर्ति देने का आदेश दिया गया है। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएमसीएच और डीएमसीएच के अलावा एनएमसीएच , एसकेएमसीएच , एएनएमसीएच का भी विस्तार होगा। जल्द यह काम शुरू कराया जाएगा। ये अस्पताल भी 2500-2500 बेड के होंगे। इससे राज्य के मरीजों को इलाज में सुविधा मिलेगी।
जातीय गणना को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा है कि गिनती का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसमे अर्थिक स्थिति का भी जायजा लिया गया है। जिनकी आर्थिक स्थिति खराब होगी, उनकी अर्थिक स्थिति सुधारने में मदद की जाएगी, उनके लिए योजना बनेगी। इसी मकसद से राज्य सरकार ने अपने खर्च पर यह काम करवाया है ताकि लोगों की सही स्थिति का पता चले और सरकार उसके अनुरूप योजना बनाए। सीएम ने सहरसा प्रमंडलीय मुख्यालय में मेडिकल कालेज खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके साथ सभी प्रमंडलीय मुख्यालय में मेडिकल कालेज का लक्ष्य हो जाएगा पूरा। भविष्य में हर जिले में मेडिकल कालेज खोलने का लक्ष्य है। वर्तमान में 11 मेडिकल कालेज हैं। अभी 13 मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है।
सीएम ने धार्मिक स्थलों के सुरक्षा की भी घोषणा की। कहा कि मंदिरों की चार दिवारी बनाने को लेकर 60 वर्ष से ज्यादा पुराना मंदिर होने की बाध्यता खत्म कर दिया गया है। अब 60 वर्ष से कम पुराने मंदिरों की चार दिवारी की भी घेराबंदी होगी ताकि उसकी संपत्ति की रक्षा हो सके। सीएम ने यह भी कहा कि राज्य भर में कब्रगाहों की चहारदिवारी बड़े पैमाने पर कराई गई है। सरकार सभी धर्म के अनुआयियों का सम्मान करती है। सबके प्रति समान आस्था है।
कृषि रोड मैप को लेकर नीतीश कुमार कहा कि तीन कृषि रोड मैप के बाद सूबे में किसानों की स्थिति काफी सुधार में हुआ है। धान गेहूं मकई का उत्पादन दोगुना हुआ। दूध अंडा मछली मांस का उत्पादन भी काफी बढ़ा है मछली का उत्पादन 3 गुना हुआ। उन्होंने कहा कि इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाए जाने से मक्का किसानों को लाभ हो रहा है। सतत जीविकोपार्जन के लिए अब दो लाख की सहायता मिलेगी
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के मौके का इस्तेमाल बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए भी किया। उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने पर हम और तरक्की करते। लेकिन सीमित संसाधनों के बाद भी बिहार ने हर क्षेत्र में बेहतर काम किया। हमने अपने बूते पर विकास की गति को न सिर्फ बनाए रखा बल्कि आगे भी बढ़ाया।