पटना. 2024 लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों ने मिलकर INDIA गठबंधन बनाया है. इस गठबंधन का चेहरा कौन है या फिर इंडिया अलायंस से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, ऐसे सवालों को प्राय: गठबंधन के नेता टाल देते हैं. लेकिन, सबके खास बात यह है कि इस गठबंधन में शामिल कोई भी नेता अपनी अनिच्छा तक जाहिर नहीं करते हैं. वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू तो खुलकर सीएम नीतीश को पीएम पद का दावेदार बताते हैं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने साफ कहा है कि नीतीश कुमार आज पूरे देश का नेतृत्व करने के लिए खड़े हैं.
ललन सिंह ने बीते रविवार को नालंदा जिले के हरनौत में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का सबसे अच्छा उम्मीदवार बताया था. अपने भाषण के दौरान ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार का नेतृत्व तो कर ही रहे हैं, देश का नेतृत्व करने के लिए भी खड़े हैं. वह नालंदा से सांसद रहते हुए केंद्र में रेल कृषि और परिवहन मंत्री रहे. इतने समय तक केंद्रीय मंत्री रहते हुए उनके कपड़ों पर एक दाग तक नहीं लगा. नीतीश ने केंद्र में रहते हुए पूरी ईमानदारी से सेवा की और 17 सालों से नीतीश कुमार बिहार की सेवा कर रहे हैं.
बिहार चाहता है पीएम बनें नीतीश-ललन सिंह
ललन सिंह ने आगे कहा, नालंदा के लोगों ने ऐसा नेता दिया जो बिहार का नेतृत्व तो कर ही रहा है, बल्कि पूरे देश का नेतृत्व करने को तैयार है. अब ललन सिंह के इस बयान की लीक पर चलते हुए जदयू के नेता व बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने भी ऐसा ही बयान दिया है. अशोक चौधरी ने कहा, कौन सी पार्टी और उनका नेता नहीं चाहेगा कि उनका नेता शीर्ष पर पहुंचे. नीतीश जी के अनुभव और ईमानदारी पर किसी को शक नहीं है. ऐसे नेता को पूरा देश पसंद करता है, ऐसे नेता को कौन नहीं चाहेगा कि वो प्रधानमंत्री बनें।
जदयू के रुख से इंडिया अलायंस में खींचतान
बता दें कि जदयू के इस रुख से इंडिया गठबंधन में खींचतान दिख सकती है. दरअसल, हाल के दिनों में ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने साफ तौर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आगे करने के संकेत दिए हैं. इसको लेकर कई बार वह दूल्हा बनने और उनको मजबूत करने की बात कहते हुए इशारा भी कर चुके हैं.
हर पार्टी में प्रधानमंत्री पद के लिए चेहरा मौजूद
बता दें कि इंडिया गठबंधन में विभिन्न पार्टियों के नेता अपने-अपने नेताओं को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बता चुके हैं. कांग्रेस जहां राहुल गांधी को पीएम कैंडिडेट बताती रही है, वहीं समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव का नाम आगे करती रही है. इसी तरह आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल को तो शिवसेना (यूबीटी) उद्धव ठाकरे का नाम लेती है.