बिहार : दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य में फिर सक्रिय हो गया है। इसके प्रभाव से प्रदेश के दक्षिण एवं पूर्वी भागों में भारी वर्षा के आसार हैं। अगले चौबीस घंटे में राज्य में गया एवं रोहतास जिले में अति भारी वर्षा के आसार हैं। वहीं, शेखपुरा, जमुई, भोजपुर, नालंदा एवं आसपास के जिलों में भारी वर्षा होने की उम्मीद है। रविवार को उत्तरी बिहार के रुपौली में राज्य में सबसे ज्यादा वर्षा 69.2 मिलीमीटर हुई। पूर्णिया में 66 मिलीमीटर एवं वैशाली के जन्दाहा में 64.4 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
सोमवार को (गांधी जयंती पर) राज्य के कुछ क्षेत्रों में वज्रपात होने की आशंका है। ऐसे में, मौसम विज्ञान केंद्र ने लोगों को सावधान रहने की अपील की है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि वर्तमान में पश्चिम बंगाल एवं झारखंड के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिससे बंगाल से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक वर्षा हो रही है। सोमवार को वर्षा में और वृद्धि होगी। विशेषकर राज्य के दक्षिणी हिस्से में सर्वाधिक वर्षा होने के आसार हैं। रविवार को राज्य में सर्वाधिक तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस वाल्मिकीनगर एवं सबसे कम तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

मध्य बिहार में वज्रपात की आशंका
मौसम विज्ञानियों ने लोगों को सावधान किया है कि मध्य बिहार में सोमवार को भारी वर्षा एवं वज्रपात की आशंका है। ऐसे में, लोगों का वर्षा के दौरान खुले में रहना नुकसानदायक साबित हो सकता है। खासकर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसानों से विज्ञानियों ने अपील की है कि वज्रपात के दौरान पेड़ों एवं बिजली के पोल के नीचे खड़ा रहना घातक हो सकता है। सुरक्षित स्थानों पर रहना बहुत जरूरी है।

राजधानी में घंटों में बदलता रहा मौसम
राजधानी का मौसम रविवार को घंटों में बदलते रहा। सुबह में राजधानी का मौसम सामान्य था, लेकिन दोपहर बाद मौसम ने करवट ली और हल्की फुहारें पड़नी शुरू हो गईं, जो शाम तक जारी रही। अगले चौबीस घंटे में राजधानी में भी अच्छी वर्षा के आसार बन रहे हैं।