माल्यार्पण करते रहे नेता-अधिकारी, मगर गांधी मूर्ति से गायब चश्मे पर नहीं पड़ी किसी की नजर

जहानाबाद: पूरे देश के साथ ही जहानाबाद में भी 2 अक्टूबर को गांधी जी की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है. गांधी जयंती को लेकर जिले में कई कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं. लेकिन, इन सब के बीच जहानाबाद से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल जहानाबाद के गांधी मैदान के पास बापू की मूर्ति पर सुबह से ही माल्यार्पण के लिए अधिकारियों और नेताओं का तांता लगा था. लेकिन, इस दौरान बापू की मूर्ति से गायब गोल चश्मे पर किसी की नजर नहीं पड़ी.

Gandhi Jayanti: 7 Engaging Activities for Kidsदरअसल गांधी जी इस मूर्ति पर गोल चश्मा नजर नहीं आ रहा था. शहर के पास गांधी मैदान स्थित बापू की मूर्ति से बापू की पहचान माने जाना वाला गोल चश्मा ही गायब था. चश्मा गायब हुआ, कब हुआ, कैसे हुआ, इसकी किसी को कोई खबर नहीं है. मूर्ति के पास कई नेता और अधिकारी पहुंचे, लेकिन किसी ने बाबू के गायब चश्मे पर ध्यान नहीं दिया. सभी लोग बापू की मूर्ति पर माल्यार्पण कर चलते बने.

क्या कहते हैं स्थानीय विधायक?

वहीं इस मामले को लेकर जहानाबाद के स्थानीय विधायक सुदय यादव कहते हैं कि यह हमारे लिए शर्म की बात है. विधायक ने कहा कि गांधी की धोती, लंगोटी, चश्मा और छड़ी हम सब के लिए प्रेरणा स्रोत है। हम सब को यह प्रण लेना चाहिए कि हम इनकी चीजों की सुरक्षा करेंगे. बापू का चश्मा गांधीजी की सादगी और अहिंसा के दर्शन को दर्शाता है. यह हमारी राष्ट्रीय पहचान का हिस्सा है. उनके चश्मे और उनके द्वारा उपयोग की गई अन्य कलाकृतियां गांधी की विरासत को याद करने और उसका जश्न मनाने के प्रतीक हैं.

बता दें, दो अक्टूबर को ही पूरे देश में गांधी जयंती मनाई गई, जहानाबाद में भी प्रतिमा पर कई अधिकारियों और नेताओं ने माल्यार्पण किया. लेकिन, बावजूद इसके इस मूर्ति पर किसी का ध्यान नहीं गया. पुलिस अब चश्मे का गायब होने की जांच में जुट गई है. खास बात यह है कि गांधी मैदान जैसे पॉश इलाके में ये घटना होना अपने आप में बड़ी बात है. टाउन थाने के बगल में हुई चोरी की घटना को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.

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