मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर की महिलाएं अपने कला की बदौलत देशभर में अपना नाम कमा रही हैं. बेकार की चीजें, कूड़े और कचरे से बेहद खूबसूरत प्रोडक्ट बनाने वाली महिलाएं वेस्ट मैनेजमेंट का जीता जागता उदाहरण पेश कर रही हैं. आम तौर पर हम कोल्ड ड्रिंक के बोतल को ड्रिंक पीने के बाद फेंक देते हैं, लेकिन यह महिलाएं इन्हीं बोतलों से गुलदस्ता और कई तरह के सामान बना रही हैं, जिसमें ज्यादातर डेकोरेशन की सामान शामिल हैं.
पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक है प्लास्टिक का कचरा
मुजफ्फरपुर के सकरा वाजिद पंचायत में कचरा से बनी खूबसूरत गुलदस्ता और गिफ्ट आइटम को देखकर आप हैरान हो जाएंगे कि ये बेकार की पॉलीथिन और कोल्ड ड्रिंक की बोतल से बनी है. इसी तरह के प्रोडक्ट बनाने वाली रूबी कुमारी बताती हैं कि प्लास्टिक का कचरा पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक होता है. ये गल भी नहीं पाते हैं. ऐसे में इस कचरा का इस्तेमाल कर घरेलू साज- सजावट की वस्तु बनाना बेहद कारगर कदम साबित हो रहा है. उन्होंने बताया कि सामान बनाने में कई तरह के आइडिया भी लगाना पड़ता है. जैसे किराना दुकान द्वारा जो पॉलीथिन बैग दिया जाता है, उसका इस्तेमाल फूल का पॉट बनाने में किया जाता है.

3000 रुपए तक का बनाती हैं प्रोडक्ट
रूबी कुमारी बताती हैं कि एक दर्जन से अधिक महिलाएं कचड़ा से सजावट का सामान बनाने के काम से जुड़ी हुई हैं. ये महिलाएं कचड़ा से कई तरह की चीजें बनाती हैं. जिसकी बिक्री सरस मेला समेत उद्योग मेला और व्यापार मेला में की जाती है. रूबी बताती हैं कि उनके यहां 100 रुपए से लेकर तीन हजार रुपए तक के प्रोडक्ट बनाए और बेचे जाते हैं.
रूबी बताती हैं कि इस काम के लिए महिलाओं ने कचड़ा चुनने वाले लोगों से भी संपर्क कर रखा है, जो कचड़ा चुनकर उनके केंद्र पर लाती हैं. रूबी कहती हैं कि जो चीजें हम इस्तेमाल के बाद फेंक देते हैं, उसका इस्तेमाल कर घर के सजावट का समान बनाते हैं.